गोकशी के आरोप मे पुलिस कस्टडी मे मौत, गुर्जर समाज बीजेपी सरकार पर भड़का
May 2, 2018
मेरठ, गोकशी के आरोप मे थाने लाये गये गुर्जर समुदाय के एक व्यक्ति की पुलिस कस्टडी में मौत हो गयी. मौत से गुर्जर समाज बीजेपी सरकार पर भड़क उठा और उसने धमकी दी कि अगर पीड़ित परिवार को मुआवजा नहीं दिया गया तो वे राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे.
मेरठ में गुर्जर समुदाय के 34 साल के नरेंद्र कुमार और तीन अन्य आरोपितों – हनी, रोहित और अरविंद – को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. नरेंद्र के ट्रक से दो गाय मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई थी. मंगलवार को नरेंद्र की पुलिस हिरासत में मौत हो गई. समुदाय और परिवार का आरोप है कि हिरासत में हुई पिटाई की वजह से उसकी मौत हुई.
नरेंद्र की मौत के बाद, आक्रोशित गुर्जरों ने मेरठ के डोराली गांव में महापंचायत बुलाई गई. छह घंटे चली महापंचायत में आसपास के गांवों से आए करीब 400 लोगों ने हिस्सा लिया.सूत्रों के अनुसार, झूठा केस दर्ज करने वाले पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग के साथ-साथ परिवार के लिए 50 लाख रुपये का मुआवजा, एक सरकारी नौकरी और एक घर की मांग की गयी हैं.
गुर्जर समुदाय और मृतक के परिवार ने अपनी मांगों की लिस्ट अधिकारियों को दी है. नरेंद्र की मौत के बाद उसकी मां मुन्नी देवी (65) और भाई जितेंद्र कुमार अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. गुर्जर महापंचायत ने धमकी दी कि अगर पीड़ित परिवार को मुआवजा नहीं दिया गया तो वे राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे. इस मामले में मवाना थाने के एसएचओ बृजेश , सब-इंस्पेक्टर धर्मेंद्र और कॉन्स्टेबल ओमकार सिंह को निलंबित कर दिया गया है.