आफिसों में बायोमैट्रिक मशीन का इस्तेमाल सुरक्षा के मद्देनजर किया जाना शुरू हुआ था लेकिन बाद में इसके जरिए कर्मचारियों की अटेंडेंस और बाहर आने जाने की गतिविधियों को नोट करने के लिए किया जाने लगा ताकि व्यवस्था बनी रहे। बायोमेट्रिक मशीन के आ जाने के बाद, आफिस मे नौकरी करना एक बड़ी समस्या हो गयी है। एक मिनट से देर होने पर भी आप ‘लेट’ वाली लिस्ट में शुमार कर लिए जाते हैं।
लेकिन इंसांनी दिमाग ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है।अब बाजार मे रबर के एेसे अंगूठे तैयार किए जाते हैं। जोकि बायोमैट्रिक मशीन पर काम करते हैं। रबर के एेसे नकली अंगूठे तैयार करने के लिये पूरा गिरोह काम कर रहा है। वह पहले किसी अंगूठे के निशान को सादे कागज पर लेते हैं। स्कैनर की मदद से उसको स्कैन किया जाता है और फिर फोटोशॉप और केमिकल की मदद से रबर के अंगूठे तैयार किए जाते हैं। जोकि बायोमैट्रिक मशीन पर काम करते हैं।
बाजार में अब आप अपना अंगूठा भी खरीद सकतें हैं। ऐसे नकली अंगूठे आसानी से मिल रहे हैं और वह भी सिर्फ 300 से 500 रुपये में नकली अंगूठें मिल जायेंगे। सरकारी और गैरसरकारी लोग इसको बड़ी संख्या मे खरीद रहे हैं और इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के करीबी नेता ने थामा शिवपाल यादव का दामन…..
इन नकली अंगूठों का कई जगह दुरूपयोग किया जा रहा है। नकली अंगूठों की मदद से आफिसों मे बिना उपस्थिति के हाजिरी लगाई जा रही है। नकली अंगूठों का दुरूपयोग कर आधार कार्ड में गड़बड़झाला किया जा रहा है। बिल के भुगतान प्राप्त करने मे भी इनका दुरुपयोग हो रहा है।