पीएम मोदी- अमित शाह की रैलियों मे खाली कुर्सियों ने बढ़ायी, बीजेपी की चिंता
September 26, 2018
नई दिल्ली, बीजेपी के लिए ये दौर काफी मुश्किलों भरा चल रहा है। एक तरफ राफेल डील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नांद उड़ाये है वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की सारी रणनीतियां फेल होती नजर आ रही हैं। झारखंड, राजस्थान और मध्यप्रदेश तीनों राज्यों में इस वक़्त बीजेपी की सरकार चल रही है। लेकिन जिस तरह से जनता बीजेपी को नकार रही है, वह बीजेपी आलाकमान के लिये चिंता का विषय है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक साथ मंच पर होने के बावजूद रैलियों मे अपेक्षा के अनुरूप भीड़ न जुटने और खाली कुर्सियां क्या इस बात का संकेत है कि मोदी मैजिक अब देश से समाप्त हो चुका है।
भाजपा ने लगातार चौथी बार विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कराने के लिए मंगलवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में दस लाख कार्यकर्ताओं को लाने का ऐलान किया था। भाजपा का दावा फेल साबित हुआ। भद्द तो तब पिट गई, जब सोशल मीडिया पर सैकड़ों खाली कुर्सियों और सोते कार्यकर्ताओं की तस्वीरें वायरल हुईं।
इससे पहले, राजस्थान मे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में नाममात्र जनता ही पहुंची। रैली में कुर्सियां खाली नज़र आयीं। इस बार न तो किसान मोदी की रैली में शामिल हुए और न ही आम जनता। तो क्या मोदी राज में दुखी किसान बीजेपी की असलियत जान चुके हैं।
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक साथ मंच पर होने के बावजूद अपेक्षा के अनुरूप भीड़ न जुटने और खाली कुर्सियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होना भाजपा की चिंता बढ़ाने वाली हैं।भाजपा की प्रदेश इकाई ने दावा किया था कि इस महाकुंभ में 65 हजार बूथों से 10 लाख कार्यकर्ता आएंगे।
प्रदेश संगठन के दावे पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी सवाल उठाए, और उन्होंने आए कार्यकर्ताओं की संख्या पांच लाख से अधिक बताई।भाजपा के आयोजन पर कांग्रेस के मध्य प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सवाल उठाते हुए उसे फ्लॉप शो करार दिया है।
यह तो साफ है कि बीजेपी के लिये इस बार हालात 2014 जैसे नहीं रहे हैं। इस बार न तो अमित शाह की रणनीतियां सफल हो पा रही है और न ही मोदी के शब्दों का जाल का जादू जनता पर चल पा रहा है। जो 2019 के लोकसभा चुनावों मे बीजेपी के लिये खतरे की घंटी है।
झारखंड, राजस्थान और मध्यप्रदेश, तीनों राज्यों में इस वक़्त बीजेपी की सरकार चल रही है। लेकिन जिस तरह से इन राज्यों मे भी जनता बीजेपी को नकार रही है। उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन तीनों राज्यों के विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी को मुंह की खानी पड़ सकती है।