नई दिल्ली, नोटबंदी पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रबाबू नायडू के दिए बयान के एक दिन बाद भारतीय जनता पार्टी ने दक्षिणी राज्य के अपने सहयोगी से इस मामले पर सफाई के लिए संपर्क किया। एक अंग्रेजी अखबार ने भाजपा के सूत्रों के हवाले से बताया है कि आन्ध्र प्रदेश से जुड़े पार्टी के नेताओं ने इस बात को पुख्ता करते हुए बताया कि जब यह खबर सामने आयी की नायडू ने टीडीपी के नेताओं के साथ बैठक कर कहा कि फैसला उनकी इच्छा के खिलाफ लिया गया। साथ ही, जो लोग चुनौतियों के प्रबंधन में लगे थे वह पूरी तरह से विफल रहे उसके बाद नायडू को फोन किया गया।
पुराने 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने के नायडू बहुत पहले से समर्थक रहे हैं और मुख्यमंत्रियों की समिति के अध्यक्ष भी है जिनका काम राज्य सरकारों को यह सुझाव देना है कि कैसे कम पैसे और ज्यादा डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ें। मंगलवार को कार्यकर्ताओं के बीच नोटबंदी के बारे में नायडू के दिए बयान के बाद दिल्ली में घंटियां बजने लगी। पार्टी के एक सीनयर अधिकारी ने बताया, हमने नायडू को फोन किया लेकिन उनसे बात नहीं हो पायी। लेकिन उनके ऑफिस ने साफ किया की नायडू ने यह बयान टीडीपी कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच चर्चा के दौरान दिया था और वे अभी भी नोटबंदी का पूरी तरह से समर्थन कर रहे हैं।