
अधिवेशन रविवार सुबह लखनऊ के जनेश्वर मिश्र में प्रस्तावित है। मुलायम ने चिट्ठी जारी कर अधिवेशन को असंवैधानिक घोषित किया है और साथ ही चेतावनी भी दी कि जो भी अधिवेशन में जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि अधिवेशन में कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं, जिसमें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बड़ी जिम्मेदारी देने की घोषणा की जा सकती है। यह एक अजीब सी स्थिति है कि एक तरफ अधिवेशन चल रहा है जबकि दूसरी तरफ मुलायम ने इसे रद्द कर दिया है।