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आम बजट पेश, 2.5 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नही

ARUN jaitelyनई दिल्ली, लोकसभा में 2017 का आम बजट, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पेश किया. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ई अहमद के निधन के सम्मान स्वरूप संसद की कार्यवाही स्थगित करने की मांग की.अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने  मांग को  संवैधानिक परंपरा का हवाला देकर ख़ारिज कर दिया. सांसद ई अहमद को श्रद्धांजलि स्वरूप, गुरुवार को  संसद की कार्यवाही स्थगित रहेगी.

 वित्त मंत्री जेटली का शुरुआती बजटीय संबोधन नोटबंदी पर ही केंद्रित रहा. उन्होंने अपने बजट भाषण में दर्जनों बार नोटबंदी का जिक्र किया. कभी उसके तात्कलिक फायदे गिनाए तो कभी दीर्घकालिक नतीजे अच्छे प्राप्त होने का भरोसा दिया. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण कहा कि काले धन पर अंकुश लगाने में नोटबंदी का फ़ैसला सफल रहा है.
उन्होंने कहा कि नोटबंदी की वजह से जीडीपी की साफ और सच्ची तस्वीर सामने आएगी, अर्थव्यवस्था स्वच्छ होगी. जेटली ने यह भी कहा कि पिछले एक दशक में टैक्स की चोरी करना जनता की आदत हो गई थी, इससे गरीबों का नुकसान था. नोटबंदी से ब्‍लैकमनी, फेक करंसी और टेरर फंडिंग पर लगाम लगेगी. नोटबंदी से बैकों की क्षमता बढ़ी नोटबंदी से टैक्स कलेक्शन बढ़ा है.

उन्होंने कहा कि 2017 में विकास की गति तेज होगी, सरकार ने कालेधन पर लगाम लगाई, नोटबंदी भी बड़ा कदम रही है. जीएसटी और नोटबंदी दो ऐतिहासिक फैसले हैं. नोटबंदी से होने वाले फायदे गरीबों तक पहुंचाए जाएंगे, बैंक भी कर्ज की दरों को कम कर पाएंगे. वित्त मंत्री ने एक बार फिर दोहराया कि नोटबंदी की परेशानियां जल्द समाप्त होंगी, अगले वर्ष तक समस्या नहीं जाएगी. वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण के दौरान शेरो शायरी से संसद के माहौल को हल्का करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि काले धन पर अंकुश लगाने में नोटबंदी का फ़ैसला सफल रहा है. उन्होंने कहा –

”नई दुनिया है, नया दौर है, नई है उमंग

कुछ थे पहले के तरीक़े, कुछ हैं आज के ढंग

रोशनी आके जब टकराई है

तो काले धन को बदलना पड़ा अपना रंग”

वित्त मंत्री ने कहा कि बजट में इस बार 10 बड़ी चीजों पर फोकस किया है, इनमें किसान, इंफ्रास्ट्रक्चर, युवाओं को रोजगार, सोशल सिक्यॉरिटी, आवास, फाइनैंशल सेक्टर और डिजिटल इकॉनमी जैसी चीजें शामिल हैं. उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को सुधारने पर काफी कम किया गया. मैन्‍युफैक्‍चरिंग के मामले में भारत दुनिया का छठां सबसे बड़ा देश बन गया है. सरकार फिस्‍कल कंसॉलिडेशन की राह पर है. महंगाई दर काबू में आई है. हमारे ध्यान में नौजवान होंगे जो विकास के फायदे ले सकें. दुनिया के आर्थिक नक्शे देश चमक रहा है. भारत निर्माण उद्योग के मामले में दुनिया में छठे स्थान पर पहुंच गया है, पहले हम 9वें स्थान पर थे.अरुण जेटली ने कहा कि नौकरीपेशा लोगों पर सबसे अधिक दबाव है जो सबसे ईमानदारी से टैक्स देता है.

बजट की मुख्य बातें –

रेलवे की तीन बड़ी कंपनियों आईआरसीटीसी, आईआरएफ़सी और इरकॉन के शेयर बाज़ार में लाए जाएंगे
यात्रियों की सुरक्षा पर सरकार एक लाख करोड़ खर्च करेगी
आईआरसीटीसी के ज़रिए ई-टिकट बुकिंग्स के दौरान अब अलग से सर्विस चार्ज नहीं लगेगा.
अच्छे मॉनसून की वजह से कृषि क्षेत्र में 4 प्रतिशत से अधिक वृद्धि की आशा
गर्भवती महिलाओं के खाते में 6 हज़ार रुपए दिए जाएंगे
नोटबंदी की वजह से बैंकों ने हाउसिंग लोन की ब्याज दर कम की है
भारत में हर रोज़ 133 किलोमीटर सड़क बन रही है
2019 तक एक करोड़ गरीब परिवार ग़रीबी से बाहर आ जाएंगे
सरकार पाँच साल में किसानों की आय दोगुना कर देगी
‘मनरेगा’ पर 48 हज़ार करोड़ रुपए ख़र्च होंगे जो अब तक का अधिकतम है
अगले साल 10 लाख करोड़ रुपए कृषि कर्ज़ के तौर पर दिए जाएंगे
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अगले दो साल में एक करोड़ नए घर बनाए जाएंगे

 टैक्स संबंधी घोषणा –
2.5 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नही
2.5 लाख से 5 लाख रुपए तक की आय पर 5 प्रतिशत टैक्स लगाने का प्रस्ताव जो पहले 10 प्रतिशत था.
50 लाख से एक करोड़ कमाने वालों को 10 प्रतिशत सरचार्ज देना होगा.
प्रत्यक्ष कर वसूली देश की अर्थवस्था के अनुपात में नहीं
पिछले वित्त वर्ष में सिर्फ़ 3.7 करोड़ लोग टैक्स रिटर्न भरा गया
सिर्फ़ 76 लाख लोग ऐसे थे जिन्होंने 10 लाख से अधिक कमाई दिखाई जबकि विदेश घूमने जाने वालों की संख्या 2 करोड़ थी
नोटबंदी की वजह से अधिक टैक्स जमा हुआ है, इतना टैक्स पहले कभी जमा नहीं हुआ
अर्थव्यवस्था से काला धन निकालना सरकार की प्राथमिकता
कैपिटल गेन टैक्स में अब तीन साल की जगह दो साल को लॉन्ग टर्म माना जाएगा
50 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर वाली कंपनी के टैक्स में कटौती, अब 25 प्रतिशत टैक्स, पहले 29 प्रतिशत था

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