Breaking News

चुनाव के वक्त प्रमुख विपक्षी दल के बैंक खाते सील करना लोकतंत्र पर हमला : कांग्रेस

नयी दिल्ली, कांग्रेस ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के वक्त उसके बैंक खाते सील कर प्रमुख विपक्षी दल को सोची समझी रणनीति के तहत आर्थिकरूप से पंगु बनाया जा रहा है ताकि वह चुनाव नहीं लड़ सके और ऐसा कर मोदी सरकार लोकतंत्र को नष्ट करने के काम में जुटी हुई है ।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, कांग्रेस सांसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, कोषाध्यक्ष अजय माकन तथा पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित विशेष सयुंक्त संवाददाता सम्मेलन में आज कहा कि पार्टी के बैंक खाते आयकर नहीं देंगे का आरोप लगाकर सील किए गए हैं और अब पार्टी अपने खाते में जमा 285 करोड़ रुपये का इस्तेमाल भी नहीं कर सकती है। ऐसे हालात में पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करना भी कठिन हो गया है। पार्टी पर यह करवाई 05 साल तथा 35 साल पुराने मामले में की जा रही है। प्रमुख विपक्षी दल को चुनाव के समय इस तरह आर्थिक रूप से पंगु बनाना लोकतंत्र के घातक है।

मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा “ लोकतंत्र के लिए चुनाव अनिवार्य होता है, साथ ही यह भी आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दलों के लिए लेवल प्लेयिंग फील्ड हो। ये नहीं कि जो सत्ता में है, संसाधनों पर उनकी मोनोपॉली हो और देश की संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका नियंत्रण हो। सुप्रीम कोर्ट ने जिस चुनावी चंदे की स्कीम को अवैध व असंवैधानिक कहा उस स्कीम के तहत भाजपा ने हजारों-करोड़ रुपए अपने बैंक खातों में भर लिए हैं। वहीं, दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल (कांग्रेस) का बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है ताकि हम पैसों के अभाव में बराबरी के साथ चुनाव न लड़ पाएं। यह सत्ताधारी दल द्वारा खेला गया एक खतरनाक खेल है।”

श्रीमती गांधी ने कहा “ प्रधानमंत्री द्वारा कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास चल रहा है। जनता से एकत्रित धन को रोका जा रहा है और हमारे खातों से जबरन पैसा छीना जा रहा है। हालांकि, इन सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी, हम अपने चुनाव अभियान की प्रभावशीलता को बनाए रखने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा “ एक तरफ ‘इलेक्टोरल बॉन्ड’ का मुद्दा है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक करार दिया है। जैसा कि सभी जानते हैं, चुनावी बांड से भाजपा को भारी और बड़े पैमाने पर फायदा हुआ है। दूसरी ओर, प्रमुख विपक्षी दल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की वित्तीय स्थिति पर लगातार हमले हो रहे हैं।”