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पीएम मोदी ने बताया इस तारीख को सपा-बसपा के लिए आखिरी तारीख….

बहराइच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को यह कहते हुए विपक्षी दलों पर प्रहार किया कि जो संसद में विपक्ष के नेता के पद का दावा करने के लिए पर्याप्त सीटें नहीं जीत सकते, वे प्रधानमंत्री बनने के लिए कपड़े सिलवा रहे हैं। उन्होंने यह कहते हुए सपा-बसपा गठबंधन पर हमला किया कि इस गठबंधन के लिए 23 मई आखिरी तारीख है और उस दिन चुनाव परिणाम घोषित हो जाने के बाद उसके नेता एक दूसरे के कपड़े फाडेंगे। उन्होंने दावा किया कि उनके डर से देश में आतंकवाद की घटनाएं रुकी हैं, मगर इस खतरे को पूरी तरह खत्म करने के लिये केन्द्र में उनके नेतृत्व वाली मजबूत सरकार दोबारा बनानी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरदार पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो देश के किसानों की हालत बहुत अच्छी होती।

मोदी ने बहराइच और बाराबंकी में चुनावी रैलियों में कहा कि उनकी सरकार की प्रतिबद्धता की वजह से आतंकवाद एक दायरे तक सिमट गया है। उन्होंने कहा ‘अब आपको मंदिरों, बाजारों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर बम धमाके की खबरें नहीं सुनायी देती हैं। ये मोदी के डर के कारण बंद हुआ है, लेकिन अभी वो सुधरे नहीं हैं, खतरा अभी टला है, खत्म होना बाकी है। आज भी हमारे आसपास आतंकी नर्सरी चल रही है।’ उन्होंने कहा ‘इस क्षेत्र को रामायण सर्किट और बुद्ध सर्किट के जरिये पूरे देश से जोड़ा जा रहा है, लेकिन याद रखिये, जब आतंकवाद बढ़ता है तो उसका पहला शिकार आस्था के ऐसे ही केन्द्र होते हैं, इसलिये देश को ऐसी ही मजबूत सरकार की जरूरत होगी। कमल पर पड़ने वाला वोट राष्ट्र रक्षा के लिये होगा।’ मोदी ने कहा कि अगर सरदार पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो किसानों की हालत इतनी अच्छी होती, जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता। सरदार पटेल किसानों के लिये सोचने वाले नेता थे, लेकिन कांग्रेस ने उनको देश का पहला प्रधानमंत्री नहीं बनाया।

प्रधानमंत्री ने मतदान का प्रतिशत कम होने का ठीकरा सपा और बसपा के सिर फोड़ते हुए कहा कि पहले ‘प्रधानमंत्री-प्रधानमंत्री’ खेलने वाले लोग अब ‘छिपम-छिपाई’ खेलने लगे हैं। जनता ने चार चरणों के चुनाव में उनके सपनों को चूर-चूर कर दिया है। अब इन लोगों ने एक अफवाह फैलाना शुरू किया है। वे मतदाताओं से कहते हैं कि अरे अपने इलाके में मोदी, राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ की सभा की क्या जरूरत है। भाजपा तो चुनाव जीत ही गयी है। वे मतदाताओं के दिमाग में यह बात भर रहे हैं, ताकि मतदान कम हो। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि आज हालत ऐसी है कि इस बात का पता ही नहीं है कि उसे प्रतिपक्ष का नेता बनने का मौका मिलेगा भी या नहीं। वर्ष 2014 में तो मौका मिला नहीं था। इस बार तो जनता इतने गुस्से में है कि 2019 में भी उन्हें कुछ नसीब नहीं होगा।

उन्होंने कहा ‘जो लोग 50-55 सीट लेकर विपक्ष का नेता बनने तक की स्थिति में नहीं हैं, वो प्रधानमंत्री बनने के लिये दर्जी के पास कपड़े सिला रहे हैं। ये लोग चाहते हैं कि किसी भी तरह खिचड़ी सरकार बन जाए। कमजोर सरकार बन जाए। तब तीन महीने कोई प्रधानमंत्री बनेगा और तीन महीने कोई और। आपको क्या ऐसी बात मंजूर है? ऐसे लोगों को क्या वाकई देश और उसकी जनता के भविष्य की चिंता है?’ मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने बेनामी सम्पत्ति के खिलाफ कानून बनाकर उसे लागू किया, जिसकी वजह से अब तक हजारों करोड़ रुपये की लगभग दो हजार बड़ी-बड़ी बेनामी सम्पत्तियां हमारी सरकार जब्त कर चुकी है। जिन लोगों की सम्पत्तियां जब्त हुई वे अब मोदी को हटाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लाख दबाव के बावजूद उन्होंने करीब साढ़े तीन लाख फर्जी कम्पनियों को एक झटके में ताला लगवा दिया। ये कम्पनियां काले धन की मशीन थीं, मोदी ने इस मशीन को ही बंद नहीं किया, बल्कि काले धन की टंकी की टोटी को ही सील कर दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास और नये भारत के सपने तभी पूरे हो सकते हैं, जब सुरक्षा की गारंटी होगी, इसलिये आपको बहुत चौकन्ना रहने की भी जरूरत है। वोट बैंक से मजबूर ये ‘महामिलावटी’ लोग देश को 2014 से पहले की स्थिति में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि बुलंद हौसले वाली सरकार ही गरीब, दलित, वंचित, पिछड़े और आदिवासियों के हित में बिना किसी भेदभाव के काम कर सकती है। सबका साथ, सबका विकास हमारा मंत्र है और सबको सुरक्षा तथा सबको सम्मान देना हमारा प्रण है। बीते पांच वर्ष हमने इसी के लिये काम किया है और आने वाले पांच वर्षों में भी हम इसी रास्ते पर चलने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के जरिये पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त कराने की सुविधा दी है। उज्ज्वला योजना ने सभी माताओं और बहनों को गम्भीर बीमारियों से बचाने का रास्ता निकाला है। साल 2022 तक हर गरीब को अपना पक्का घर मिलेगा, यह भी मोदी का वादा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि याद करिये जब मोदी सरकार में नहीं आया था, तब देश की बड़ी आबादी के घर में ना तो शौचालय था, ना गैस कनेक्शन और ना ही बैंकों में खाता था। जब खाता नहीं था तो बैंक से कर्ज कैसे मिलता और गरीब अपना कामकाज कैसे शुरू कर पाता। हमने इस खाई को पाटने का काम किया है।

उन्होंने महागठबंधन करके चुनाव लड़ रहे सपा और बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘महामिलावटी’ लोगों को सिर्फ अपने वोट बैंक की चिंता है। इसी राजनीति के लिये इन लोगों ने प्रदेश के साथ बहुत भेदभाव और अन्याय किया है। मोदी ने सपा-बसपा पर प्रहार करते हुए कहा कि इन पार्टियों की सरकारों के दौरान एनआरएचएम घोटाला, स्मारक घोटाला, चीनी मिल बिक्री घोटाला, बिजली घोटाला आदि हुए मगर कांग्रेस तो इन सभी की मास्टर है। भ्रष्टाचार ऐसा कि जमीन से लेकर हवा तक, ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जो कांगेस के पंजे के शिकंजे से बच पाया हो।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ देश के हर वर्ग को सामाजिक सुरक्षा देने में जुटी है।/बाराबंकी (उप्र), 30 अप्रैल (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को यह कहते हुए विपक्षी दलों पर प्रहार किया कि जो संसद में विपक्ष के नेता के पद का दावा करने के लिए पर्याप्त सीटें नहीं जीत सकते, वे प्रधानमंत्री बनने के लिए कपड़े सिलवा रहे हैं। उन्होंने यह कहते हुए सपा-बसपा गठबंधन पर हमला किया कि इस गठबंधन के लिए 23 मई आखिरी तारीख है और उस दिन चुनाव परिणाम घोषित हो जाने के बाद उसके नेता एक दूसरे के कपड़े फाडेंगे। उन्होंने दावा किया कि उनके डर से देश में आतंकवाद की घटनाएं रुकी हैं, मगर इस खतरे को पूरी तरह खत्म करने के लिये केन्द्र में उनके नेतृत्व वाली मजबूत सरकार दोबारा बनानी होगी।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरदार पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो देश के किसानों की हालत बहुत अच्छी होती। मोदी ने बहराइच और बाराबंकी में चुनावी रैलियों में कहा कि उनकी सरकार की प्रतिबद्धता की वजह से आतंकवाद एक दायरे तक सिमट गया है। उन्होंने कहा ‘अब आपको मंदिरों, बाजारों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर बम धमाके की खबरें नहीं सुनायी देती हैं। ये मोदी के डर के कारण बंद हुआ है, लेकिन अभी वो सुधरे नहीं हैं, खतरा अभी टला है, खत्म होना बाकी है। आज भी हमारे आसपास आतंकी नर्सरी चल रही है।’

उन्होंने कहा ‘इस क्षेत्र को रामायण सर्किट और बुद्ध सर्किट के जरिये पूरे देश से जोड़ा जा रहा है, लेकिन याद रखिये, जब आतंकवाद बढ़ता है तो उसका पहला शिकार आस्था के ऐसे ही केन्द्र होते हैं, इसलिये देश को ऐसी ही मजबूत सरकार की जरूरत होगी। कमल पर पड़ने वाला वोट राष्ट्र रक्षा के लिये होगा।’ मोदी ने कहा कि अगर सरदार पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो किसानों की हालत इतनी अच्छी होती, जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता। सरदार पटेल किसानों के लिये सोचने वाले नेता थे, लेकिन कांग्रेस ने उनको देश का पहला प्रधानमंत्री नहीं बनाया।

प्रधानमंत्री ने मतदान का प्रतिशत कम होने का ठीकरा सपा और बसपा के सिर फोड़ते हुए कहा कि पहले ‘प्रधानमंत्री-प्रधानमंत्री’ खेलने वाले लोग अब ‘छिपम-छिपाई’ खेलने लगे हैं। जनता ने चार चरणों के चुनाव में उनके सपनों को चूर-चूर कर दिया है। अब इन लोगों ने एक अफवाह फैलाना शुरू किया है। वे मतदाताओं से कहते हैं कि अरे अपने इलाके में मोदी, राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ की सभा की क्या जरूरत है। भाजपा तो चुनाव जीत ही गयी है। वे मतदाताओं के दिमाग में यह बात भर रहे हैं, ताकि मतदान कम हो। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि आज हालत ऐसी है कि इस बात का पता ही नहीं है कि उसे प्रतिपक्ष का नेता बनने का मौका मिलेगा भी या नहीं। वर्ष 2014 में तो मौका मिला नहीं था। इस बार तो जनता इतने गुस्से में है कि 2019 में भी उन्हें कुछ नसीब नहीं होगा।

उन्होंने कहा ‘जो लोग 50-55 सीट लेकर विपक्ष का नेता बनने तक की स्थिति में नहीं हैं, वो प्रधानमंत्री बनने के लिये दर्जी के पास कपड़े सिला रहे हैं। ये लोग चाहते हैं कि किसी भी तरह खिचड़ी सरकार बन जाए। कमजोर सरकार बन जाए। तब तीन महीने कोई प्रधानमंत्री बनेगा और तीन महीने कोई और। आपको क्या ऐसी बात मंजूर है? ऐसे लोगों को क्या वाकई देश और उसकी जनता के भविष्य की चिंता है?’ मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने बेनामी सम्पत्ति के खिलाफ कानून बनाकर उसे लागू किया, जिसकी वजह से अब तक हजारों करोड़ रुपये की लगभग दो हजार बड़ी-बड़ी बेनामी सम्पत्तियां हमारी सरकार जब्त कर चुकी है। जिन लोगों की सम्पत्तियां जब्त हुई वे अब मोदी को हटाने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि लाख दबाव के बावजूद उन्होंने करीब साढ़े तीन लाख फर्जी कम्पनियों को एक झटके में ताला लगवा दिया। ये कम्पनियां काले धन की मशीन थीं, मोदी ने इस मशीन को ही बंद नहीं किया, बल्कि काले धन की टंकी की टोटी को ही सील कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास और नये भारत के सपने तभी पूरे हो सकते हैं, जब सुरक्षा की गारंटी होगी, इसलिये आपको बहुत चौकन्ना रहने की भी जरूरत है। वोट बैंक से मजबूर ये ‘महामिलावटी’ लोग देश को 2014 से पहले की स्थिति में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।

मोदी ने कहा कि बुलंद हौसले वाली सरकार ही गरीब, दलित, वंचित, पिछड़े और आदिवासियों के हित में बिना किसी भेदभाव के काम कर सकती है। सबका साथ, सबका विकास हमारा मंत्र है और सबको सुरक्षा तथा सबको सम्मान देना हमारा प्रण है। बीते पांच वर्ष हमने इसी के लिये काम किया है और आने वाले पांच वर्षों में भी हम इसी रास्ते पर चलने वाले हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के जरिये पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त कराने की सुविधा दी है। उज्ज्वला योजना ने सभी माताओं और बहनों को गम्भीर बीमारियों से बचाने का रास्ता निकाला है। साल 2022 तक हर गरीब को अपना पक्का घर मिलेगा, यह भी मोदी का वादा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि याद करिये जब मोदी सरकार में नहीं आया था, तब देश की बड़ी आबादी के घर में ना तो शौचालय था, ना गैस कनेक्शन और ना ही बैंकों में खाता था। जब खाता नहीं था तो बैंक से कर्ज कैसे मिलता और गरीब अपना कामकाज कैसे शुरू कर पाता। हमने इस खाई को पाटने का काम किया है। उन्होंने महागठबंधन करके चुनाव लड़ रहे सपा और बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘महामिलावटी’ लोगों को सिर्फ अपने वोट बैंक की चिंता है। इसी राजनीति के लिये इन लोगों ने प्रदेश के साथ बहुत भेदभाव और अन्याय किया है।

मोदी ने सपा-बसपा पर प्रहार करते हुए कहा कि इन पार्टियों की सरकारों के दौरान एनआरएचएम घोटाला, स्मारक घोटाला, चीनी मिल बिक्री घोटाला, बिजली घोटाला आदि हुए मगर कांग्रेस तो इन सभी की मास्टर है। भ्रष्टाचार ऐसा कि जमीन से लेकर हवा तक, ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जो कांगेस के पंजे के शिकंजे से बच पाया हो। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ देश के हर वर्ग को सामाजिक सुरक्षा देने में जुटी है।