Breaking News

भीम आर्मी अध्यक्ष चंद्र शेखर पर की जा रही ज्यादतियां, कोर्ट की अवमानना की भी सरकार को नही परवाह

लखनऊ, सहारनपुर जातीय हिंसा मामले में जेल में बंद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद पर सरकार की हो रही ज्यादतियां बढ़ती ही जा रहीं हैं. खास बात यह है कि कोर्ट की अवमानना की भी सरकार को चिंता नही है. चंद्रशेखर आजाद को 8 जून को दलितों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में हुये जातीय संघर्ष के आरोप मे गिरफ्तार किया गया था. 

 जांच रिपोर्ट ने केंद्रीय मंत्रियों को दी क्लीन चिट, ‘रोहित वेमुला’ को बताया गैर दलित…

आखिर दूरदर्शन- आकाशवाणी ने दिखा दिया कि, वे हो गये बीजेपी के सरकारी भोंपू 

 सहारनपुर में दलितों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में चंद्र शेखर भाई ने अपनी आवाज बुलन्द की तो वहाँ के प्रशासन ने उनपर फर्जी धाराएं लगाकर उन्हें अभियुक्त बनाया, फिर जेल मे उन पर हमला हुआ और अब चंद्र शेखर को कोर्ट ने अभी दोषी माना भी नहीं कि वहाँ की पुलिस ने उनके हाथों में हथकड़ी लगा दी है.

जनता दल (युनाइटेड) मे दो फाड़ तय, शरद यादव आज करेंगे कार्यकारिणी की बैठक

अखिलेश यादव ने सीएम योगी को दिया नया नाम…

 सहारनपुर में दलितों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में हुये जातीय संघर्ष मे भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर फिलहाल जेल मे हैं. कोर्ट मे चंद्र शेखर के केस की सुनवाई हो रही है. सहारनपुर कोर्ट में हुई पेशी के दौरान, भीम आर्मी के संस्थापक के हाथों में हथकड़ी लगी देखी गयी.

समाजवादी पार्टी के पारिवारिक झगड़े मे, एक और हुआ भाजपा का शिकार ?

मोदी सरकार मे मंत्री बनने का प्रस्ताव ठुकराने पर, शरद यादव को बधाई-कांग्रेस

जबकि  सर्वोच्च न्यायालय का  यह स्पष्ट आदेश हैं की ट्रॉयल पर रहे किसी भी अभियुक्त को आप हथकड़ी नहीं लगा सकते, चाहे उसकी सुरक्षा में कुछ और सुरक्षाकर्मी क्यों ना बढ़ा दिए जाएँ. हथकड़ी केवल दोषी सजायाफ्ता लोगों को लगाई जाती है. सोशल मीडिया पर घटना को लेकर जबर्दस्त प्रतिक्रिया है.

जो अधिकार संविधान देता है, उसको आरएसएस नष्ट करना चाहता है: राहुल गांधी

अखिलेश यादव की गिरफ्तारी के बाद, प्रदेश भर मे सपा कार्यकर्ताओं का जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन

जबकि चंद्र शेखर का केस अभी कोर्ट मे है और कोर्ट ने अभी उन्हे दोषी माना भी नही, इसके बावजूद यूपी पुलिस ने उनके हाथों में हथकड़ी लगा दी जो कि सरासर सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना है. सूत्रों के अनुसार, इससे पहले, सहारनपुर जातीय हिंसा मामले में जेल में बंद चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमला और उनके बैरक में तोड़फोड़ की घटना हो चुकी है.