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श्रमिकों की वापसी के जश्न में मुख्यमंत्री धामी के सरकारी आवास में मनाया गया ईगास

देहरादून, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में 17 दिनों तक फसे रहने के बाद 41 श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के बाद बुधवार को यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सरकारी आवास में ‘ईगास’ मनाया गया। इस अवसर पर श्रमिकों के परिजन भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री धामी ने मौजूद सभी श्रमिकों का माल्यार्पण कर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक दलों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं जिसमें मुख्यमंत्री धामी ने श्रमिकों संग नाच कर उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया।

सिल्क्यारा सुरंग से सुरक्षित निकाले गए मजदूरों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार देर रात फोन पर बात की। बिहार के मजदूर सबा अहमद ने कहा,“हम लोग (41 मजदूर) एक भाई की तरह सुरंग में रहे। हम सब एकसाथ थे।”

इस बातचीत का वीडियो प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी किए जाने के बाद वायरल हो गया।

प्रधानमंत्री ने स्पीकर ऑन कर, रेस्क्यू किए गए इन मजदूरों में शामिल सबा अहमद (बिहार), गबर सिंह नेगी (उत्तराखंड), अखिलेश (मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश), सोनू कुमार साह (छपरा, बिहार) से बहुत आत्मीयता से बातचीत की। सभी ने उन्हें रेस्क्यू टीम सदस्यों की सराहना के साथ श्री धामी की भी प्रशंसा की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें इस घटना से बहुत प्रेरणा मिली है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से किस तरह निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि कभी मौका मिलेगा तो आप लोगों से मिल सकूं।

श्री मोदी ने कहा कि चूंकि आप सबके स्वास्थ्य परीक्षण के बाद बातचीत करना चाहता था, इसलिए आज ही आपसे बात किए बिना खुद को रोक नहीं पाया। इस पर, सुरक्षित निकले मजदूरों ने भारत माता की जय का उद्घोष किया तो उन्होंने कहा कि आपके इन नारों से आज पूरा देश उत्साहित होगा।

मंगलवार देर रात बचाए गए मजदूरों के साथ अपनी फोन पर बातचीत में श्री मोदी ने कहा,“इतने दिनों तक खतरे में रहने के बाद सुरक्षित बाहर आने पर मैं आपको बधाई देता हूं। यह मेरे लिए खुशी की बात है। मैं इसे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। ईश्वर की कृपा है कि आप सभी सुरक्षित हैं।”

श्री मोदी ने इन लोगों से कहा कि 17 दिन का कम समय नहीं है। आप सभी ने बहुत साहस दिखाया और एक-दूसरे को प्रोत्साहित किया। वह ऑपरेशन के बारे में जानकारी लेते रहते थे और लगातार मुख्यमंत्री के संपर्क में थे। मेरे पीएमओ के अधिकारी भी वहां बैठे थे। लेकिन सिर्फ सूचना मिलने से चिंता कम नहीं होती।

बिहार के रहने वाले युवा इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड के सबा अहमद ने प्रधान मंत्री को बताया,“वह कई दिनों तक सुरंग में फंसे रहे, लेकिन उन्हें कोई डर या घबराहट महसूस नहीं हुई। हम भाइयों की तरह थे, हम एक साथ थे। हम रात के खाने के बाद सुरंग में टहलते थे। मैं उन्हें सुबह की सैर और योग करने के लिए कहता था। उन्होंने बताया कि जिस सुरंग में वे फंसे थे, उसके दो किमी से अधिक हिस्से में मजदूर सुबह की सैर करते थे और योग भी करते थे। हम उत्तराखंड सरकार, विशेष रूप से श्री धामी और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को धन्यवाद देना चाहते हैं।”

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी से उत्तराखंड के एक फोरमैन गब्बर सिंह नेगी ने बात की। श्री मोदी ने कहा कि गब्बर सिंह मैं आपको विशेष रूप से बधाई देता हूं। मुझे मुख्यमंत्री धामी रोजाना बताते थे। आप दोनों लोगों ने अच्छी लीडरशिप दिखाई है। इस पर गब्बर सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि आप सभी लोगों ने हौसला बढ़ाया। मुख्यमंत्री धामी लगातार हमारे संपर्क में बने रहते थे।

श्री मोदी ने दोनों कार्यकर्ताओं के नेतृत्व और साहस की भी सराहना की। साथ ही केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह की भी सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने इस बार वास्तव में एक सैनिक के रूप में अपना प्रशिक्षण दिखाया है।