हिमाचल में औषधीय गुणों की खान है पहाड़ी लुंगड़ू,

शिमला , हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों में उगने वाले लुंगड़ू या लिंगड़ की सब्जी वास्तव में बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है। लुंगड़ू या लिंगड़ ठंडी जलवायु वाले क्षेत्र में समुन्द्र तल से 18000 से लेकर 3000 मीटर की ऊँचाई तक पाया जाता है। नदी-नालों के आस-पास आपको ये हरी सब्जी मिल जायेगी।

गर्मियों के मौसम में ये सब्जी पहाड़ों में प्राकृतिक रूप से उगती है जिसको लोग बड़े चाव से खाते हैं। हिमाचल की सब्जी मंडियों में ये सब्जी आनी शुरू हो गई है। लिंगड़ में अनगिनत पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं।

गर्मियों के मौसम में यहां के पहाड़ों में प्राकृतिक रूप से उगने वाली इस सब्जी को यहां के लोग दशकों से खाते आ रहे हैं। यह पहाड़ों में जून से सितंबर माह तक होता है, लेकिन अब टिशू कल्चर के माध्यम से भी इसका उत्पादन होने लगा है, जसिे साल में कभी भी उगाया जा सकता है।

लुंगडू जहां रसायनों से दूर प्रकृति के आगोश में पैदा होता है। वहीं सब्जी के रूप में यह बेहद स्वादिष्ट भी होता है। लुंगड़ू में विटामिन ए, विटामिन बी कॉप्लेक्स, पोटाशियम, कॉपर, आयरन, फैटी एसिड, सोडियम, फास्फोरस, मैगनीशियम, कैरोटिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में मौजूद हैं।

लुंगडू कुपोषण से निपटने के लएि भी एक अच्छा स्रोत माना गया है। लुंगडू चर्म व मधुमेह रोग से काफी बचाव करता है। इससे त्वचा अच्छी रहती है। लुंगड़ू हार्ट आदि के मरीजों के लिए भी अच्छा माना जाता है। सबसे बड़ी बात है कि लुंगडू पूरी तरह से प्राकृतिक है।

हिमाचली खाने में इसे सब्जी के साथ तो इस्तेमाल किया ही जाता है साथ ही इसका अचार भी बनाया जाता है। जितनी स्वादिष्ट इसकी सब्जी बनती है उतना ही स्वादिष्ट इसका आचार भी होता है। बेशक इसे यहां सामान्य रूप में देखा जाता हो, लेकिन अमेरिका जैसे देशों में भी इसका उपयोग लोग करते हैं।