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कोरोना वायरस के कारण नोयडा मे स्कूल बंद, 1,000 से अधिक कंपनियों को नोटिस

नई दिल्ली,  पिछले दो दिनों के भीतर जिस तरह से भारत में इसके मामले सामने आए हैं उसके बाद से लोग दहशत में हैं। अब तक भारत में कोरोना के नौ मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें से एक दिल्ली का है।

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और यहां स्थित 1,000 से अधिक देशी-विदेशी कंपनियों को कोरोना वायरस अलर्ट नोटिस दिया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी गौतमबुद्ध नगर अनुराग भार्गव ने बताया कि नोटिस में सभी कंपनियों से कहा गया है कि यदि उनका कोई कर्मचारी विदेश गया है तो उसके भारत लौटने पर स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी जाए। सीएमओ ने बताया कि ईरान, सिंगापुर, चीन समेत 13 देशों से लौटने वाले लोगों की जांच का आदेश दिया गया है।

कोरोना के डर से नोएडा के दो स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। कुछ स्कूलों ने छात्रों के अभिभावकों को परामर्श भेजकर सुझाव दिया है कि बच्चों को सर्दी जुकाम की थोड़ी सी भी शिकायत होने पर उन्हें स्कूल न भेजें। परामर्श में यह भी कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर स्कूलों में छुट्टी भी की जा सकती है। एक छात्र के पिता में कोरोना वायरस का संक्रमण पाए जाने के बाद नोएडा के दो निजी स्कूलों ने एहतियात के तौर पर मंगलवार से आगामी कुछ दिनों के लिए स्कूलों में छुट्टी कर दी।

दिल्ली में एक पांच सितारा होटल ने कुछ कर्मचारियों को 14 दिन तक अपने घर में अलग रहने को कहा है। ये सभी कर्मचारी 28 फरवरी को होटल के उस रेस्तरां में मौजूद थे जहां कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति ने रात में खाना खाया था। हयात रीजेंसी दिल्ली, क्षेत्रीय वीपी और महाप्रबंधक जूलियन आयर्स ने एक बयान में कहा, ‘सरकारी अधिकारियों ने हाल ही में पुष्टि की है कि 28 फरवरी, 2020 को हयात रीजेंसी दिल्ली में ला पियाजा रेस्तरां में भोजन करने वाले एक व्यक्ति को कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है।’ उन्होंने कहा, “28 फरवरी, 2020 को रेस्तरां में मौजूद सभी सहकर्मियों को 14 दिनों के लिए अपने घर में पृथक रहने के लिए कहा गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोवेल कोरोना वायरस से निपटने की तैयारी की मंगलवार को गहन समीक्षा की। साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘कोविड 19 से निपटने की तैयारी की गहन समीक्षा की। विभिन्न मंत्रालय और राज्य साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जो भारत आने वाले लोगों की जांच से लेकर त्वरित चिकित्सा उपचार प्रदान करने के संबंध में है। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हमें साथ मिलकर काम करने और आत्मसुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए छोटे लेकिन महत्वपूर्ण उपाय करने की जरूरत है।’