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‘अनलॉक तीन’ में मॅाल सिनेमाघर खोलने पर ये होगी संचालन प्रक्रिया?

नयी दिल्ली, मल्टीप्लेक्स श्रृंखला कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) का कहना है कि यदि सरकार अगले महीने से होने वाली ‘अनलॉक तीन’ की प्रक्रिया के तहत मल्टीप्लेक्स सिनेमाघर खोलने की अनुमति देती है तो कागज रहित टिकट, सीटों के बीच दूरी, लंबे अंतराल और सैनिटाइज करने जैसे सुरक्षा उपाय अपनाए जाएंगे।

आइनॉक्स, पीवीआर और सिनेपोलिस इंडिया जैसी कंपनियों के अधिकारियों ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में भारत के मल्टीप्लेक्स संघ द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों, नीति आयोग और प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी गई है।

विश्व स्तरीय मानकों का दावा करने वाली एसओपी में सीटों के बीच दूरी, सिनेमा हाल, लॉबी और रेलिंग और दरवाजे जैसे छूने के स्थानों की नियमित साफ सफाई और तापमान मापने के बारे में लिखा गया है।

पीवीआर पिक्चर्स के सीईओ कमल ज्ञानचंदानी ने पीटीआई-भाषा से कहा, “आप सरकार द्वारा जारी अनलॉक-एक की अधिसूचना को देखेंगे तो उसमें लिखा है कि अनलॉक-तीन में सिनेमाघर खुल जाएंगे जिसके अगस्त में होने की संभावना है। इसलिए हम बहुत आशावान हैं और उम्मीद लगाकर बैठे हैं।”

भारत में कोविड-19 फैलने के चलते मार्च मध्य से सिनेमाघर बंद हैं।

फिल्मों की ज्यादातर कमाई सिनेमाघरों से होती है और महामारी के कारण इस उद्योग को बड़ा झटका लगा है।

ज्ञानचंदानी ने कहा, “एक मल्टीप्लेक्स में दो स्क्रीन एक साथ नहीं चलेगी। हम सिनेमा के बीच कम से कम 15 मिनट से आधे घंटे का अंतराल देंगे। शो के बीच में ज्यादा अंतर दिया जाएगा ताकि साफ सफाई और सैनिटाईज करने की प्रकिया की जा सके।”

सिनेमाघरों में मास्क अनिवार्य होगा और प्रवेश पर तापमान मापने के उपाय किए जाएंगे।

आइनॉक्स के सीईओ आलोक टंडन ने कहा, “हमने विभिन्न मंत्रालयों और अधिकारियों को पहले ही एसओपी दे दिया है। हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। हमारी बनाई एसओपी वैश्विक मानकों के अनुरूप है। यह एसओपी लागू करते समय हम सभी उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। हमने उनका विश्वास जीतने के लिए साफ सुथरा वातावरण बनाने के वास्ते काम किया है।”

टंडन ने कहा कि थियेटर श्रृंखला ने एसएमएस व्यवस्था बनाई है जिससे उपभोक्ता प्रवेश पर क्यूआर कोड स्कैन कर सकेंगे, अपनी सीट देख सकेंगे और मेनू देखकर भोजन मंगा सकेंगे।

उन्होंने कहा, “हमने ऐसा अल्गोरिदम बनाया है जो जिसमें दो अलग बुकिंग होने पर स्वतः सीटों के बीच दूरी होगी। हमने छूने से काम करने वाली सैनिटाइजर मशीनें लगाई हैं और दिन में कई बार सेनिटाइज करने की व्यवस्था की है।”

सिनेपोलिस के सीईओ देवांग संपत ने पीटीआई-भाषा से कहा कर्मचारियों पर निर्भरता सीमित होगी ताकि अनावश्यक छूने से बचा जा सके।

उन्होंने कहा, “विश्वभर में कागज रहित टिकट दिए जा रहे हैं और मानवों की बजाय तकनीक और सॉफ्टवेयर से काम लिया जा रहा है।”

उन्होंने कहा, “भारत में महानगरों में अस्सी फीसदी टिकट ऑनलाइन बुक होते हैं। छोटे शहरों में यह आंकड़ा 40 से 50 प्रतिशत है। भारत में औसतन 50 प्रतिशत लोग बॉक्स ऑफिस पर टिकट खरीदने आते हैं।”

उन्होंने कहा कि बॉक्स ऑफिस को अब पूरी तरह से कागज रहित कर दिया जाएगा।

मल्टीप्लेक्स संघ द्वारा बनायी गई एसओपी नौ जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और नीति आयोग को सौंपी गई थी।

अगले दिन एसओपी को प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त मंत्रालय और सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय भेजा गया।

मल्टीप्लेक्स उद्योग को सरकार के जवाब का इंतजार है।