लखनऊ, सपा में शामिल होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होनें कहा की यह मकर संक्रांति बीजेपी के अंत का इतिहास रचने जा रहा है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि लड़ाई 80 बनाम 20 की नहीं है बल्कि 85 बनाम 15 की है। हम तो कहते हैं कि 85 तो हमारा है, 15 में भी बंटवारा है। यदि आप हिंदुओं के हमदर्द हैं तो फिर पिछड़ों, अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण पर क्यों डाका डालते हो। अभी-अभी 69 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई। इनमें से 19 हजार ओबीसी और दलित सीटों पर सामान्य वर्ग के लोगों को ही नियुक्ति पत्र दे दिया।
उन्होनें कहा, यह भाजपा केशव प्रसाद मौर्य और स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम उछालकर पिछड़ों के बूते सत्ता में आई थी। भाजपा ने चर्चा की थी कि स्वामी प्रसाद मौर्या या केशव प्रसाद सीएम होंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, गोरखपुर से नेता को लाकर सीएम बना दिया और पिछड़ों की आंखों में धूल झोंक दी। आज सरकार बनाएं अल्पसंख्यक और पिछड़े और मलाई खाएं, वे 5 फीसदी अगड़े।
आज भारतीय जनता पार्टी के वो बड़े-बड़े नेता जो कुंभकर्णी नींद सो रहे थे, उनकी नींद हमारे इस्तीफों के बाद हराम हो गई है। इसके साथ ही भाजपा के कुछ लोग कहते हैं कि 5 साल तक क्यों नहीं इस्तीफा दिया। कुछ बददिमाग लोग यह भी कहते हैं कि बेटे के चक्कर में भाजपा छोड़ दी। मैं ऐसे लोगों से कहना चाहता हूं कि भाजपा के लोगों ने इस देश के गरीबों, मजलूमों, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की आंखों में धूल झोंककर सत्ता हथियाई थी।