श्रीनगर/नई दिल्ली, आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी बुरहान वानी की पिछले साल जुलाई में मौत के बाद लगभग 67 कश्मीरी युवक आतंकी बन गए हैं। आतंकियों में भर्ती होने वाले कुल युवकों में दो 16 साल और एक 15 साल की उम्र सहित 63 युवक 30 साल की कम उम्र के हैं। यह जानकारी सुरक्षा एजैंसियों द्वारा संकलित डाटा के अनुसार सामने आई है। इससे भी चौंकाने वाली बात यह है कि आतंकियों का नया समूह युवा और उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाला है।
पीएच.डी., एम.फिल., डिग्री होल्डर और 2 स्नातकोत्तर के अलावा 6 स्नातक और 5 ऐसे हैं जो इंजी. और तकनीकी पाठ्यक्रम पढ़ रहे थे, 2 बी-टैक., एक बी.ई. , एक पॉलीटैक्नीक छात्र और एक कम्प्यूटर साइंस का छात्र है। इसके अलावा 8 आतंकी ऐसे हैं जो स्नातक की डिग्री कर रहे थे। 10 अन्यों ने 12वीं कक्षा पूरी की है, एक दर्जन ने 10वीं कक्षा पूरी की हैं, 3 मदरसे में पढ़े हैं, जिनमें हाफिज/इमाम शामिल हैं और शेष ने हाई स्कूल तक पढ़ाई की है। इनमें से सिर्फ 3 ऐसे हैं जो कभी स्कूल नहीं गए हैं। कुल आतंकियों में से 50 बुरहान वानी के पैतृक क्षेत्र दक्षिण कश्मीर से हैं।
पुलवामा जिले से 9 और त्राल सहित अवंतिपूरा से 9, कुलगाम से 13, शोपियां से 11, अनंतनाग से 8 जबकि आतंकवाद में शामिल नए रंगरूटों में 8 उत्तर कश्मीर से हैं। कुपावाड़ा से 2, हंदवाड़ा से 1, बांदीपुरा से 3 और सोपोर से 2 आतंकी बने हैं। मध्य कश्मीर से 5 युवक आतंकियों में शामिल हो गए हैं। सुरक्षा एजैंसियां ने यह भी खुलासा किया है कि आतंकियों में शामिल नए युवकों में 47 हिजबुल, 18 लश्कर में शामिल हुए हैं और 2 की निष्ठा अज्ञात हैं।