मैनचेस्टर, शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की नाकामी के कारण भारत को आईसीसी विश्वकप के सांसों को रोक देने वाले पहले सेमीफाइनल में बुधवार को न्यूजीलैंड के हाथों 18 रन की हार का सामना करना पड़ा और इसके साथ ही भारतीय टीम विश्वकप से बाहर हो गई। न्यूजीलैंड ने इस जीत के साथ लगातार दूसरी बार विश्वकप के फाइनल में जगह बना ली।
भारत की हार के साथ ही करोड़ों भारतीयों का सपना एक झटके में टूट गया। वर्षा बाधित इस सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 239 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया और इसका पीछा करते हुए भारतीय टीम खराब शुरुआत से उबर नहीं पायी। रवींद्र जडेजा ने बेशक 77 और महेंद्र सिंह धोनी ने 50 रन बनाए और सातवें विकेट के लिए 116 रन की साझेदारी की लेकिन इनके अंतिम ओवरों में आउट होते ही भारत की उम्मीदें टूट गईं। भारत 49ण्3 ओवर में 221 रन ही बना सका।
भारत लगातार दूसरे विश्वकप में सेमीफाइनल में बाहर हुआ। न्यूजीलैंड ने इस जीत के साथ लगातार दूसरे विश्वकप के फाइनल में जगह बना ली। न्यूजीलैंड ने 2015 के विश्वकप में सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराया था। न्यूजीलैंड का फाइनल में गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया और मेजबान इंग्लैंड के बीच दूसरे सेमीफाइनल से विजेता से मुकाबला होगा। भारत के शीर्ष क्रम को झकझोरने वाले और मैच में 37 रन पर तीन विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज मैट हेनरी को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
टीम इंडिया लीग चरण में शीर्ष पर रही थी और इस दौरान उसका न्यूजीलैंड के साथ लीग मुकाबला बारिश से धुल गया था। लेकिन सेमीफाइनल में बारिश के कारण दो दिन तक चले मैच में न्यूजीलैंड ने भारत की चुनौती को काबू कर लिया। भारत की हार का सबसे बड़ा कारण उसके शीर्ष क्रम की नाकामी रही। टूर्नामेंट में पांच शतक बनाने वाले रोहित शर्मा एकए कप्तान विराट कोहली एक और लोकेश राहुल एक रन बनाकर आउट हुए।
रिषभ पंत ने 32 और हार्दिक पांड्या ने 32 रन बनाए और दोनों ही बल्लेबाज ऊंचे शॉट खेलने के चक्कर में अपने विकेट गंवा बैठे। जडेजा ने 59 गेंदों पर चार चौकों और चार छक्कों की मदद से 77 रन बनाकर भारत को कुछ उम्मीदें दी लेकिन 48वें ओवर में उनके आउट होते ही भारत का संघर्ष दम तोड़ गया। 72 गेंदों में एक चौके और एक छक्के के सहारे 50 रन बनाने वाले धोनी 49वें ओवर में रन आउट हुए और इसके साथ ही करोड़ों भारतीय प्रशंसकों को मुंह से एक आह निकली और भारत विश्वकप से बाहर हो गया। भारतीय टीम अंतिम ओवर में 221 रन पर सिमट गई।
चार विकेट मात्र 24 रन पर गिर जाने के बाद युवा बल्लेबाज रिषभ पंत और ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने संभलकर खेलना शुरु किया और पांचवें विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी की। भारत का संघर्ष पटरी पर लौटता नजर आ रहा था कि पंत ने बाएं हाथ के स्पिनर मिशेल सेंटनर पर एक ऊंचा अनावश्यक शॉट मारा और कॉलिन डी ग्रैंडहोम को कैच थमा बैठे। पंत ने 56 गेंदों पर 32 रन में चार चौके लगाए। पंत जैसी गलती पांड्या ने भी की और उन्होंने भी सेंटनर पर ऊंचा शॉट लगाकर केन विलियम्सन को कैच थमा दिया। पांड्या ने 62 गेंदों पर 32 रन में दो चौके लगाए। पांड्या का विकेट 92 के स्कोर पर गिरा। इसके बाद धोनी और जडेजा ने संभलकर बल्लेबाजी की और स्कोर को आगे बढ़ाया।
जडेजा ने इस साझेदारी के दौरान आक्रामकता दिखाई और कुछ शानदार छक्के लगाते हुए भारत को मुकाबले में बनाए रखा। जडेजा ने सितंबर 2014 के बाद जाकर अपना पहला वनडे अर्धशतक बनाया। उन्होंने विश्वकप में आठवें नंबर पर किसी भारतीय बल्लेबाज का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी बनाया। जडेजा और धोनी के बीच 100 रन की साझेदारी 97 गेंदों में पूरी हो गई। इस समय हालांकि रन गति लगातार बढ़ती जा रही थी लेकिन दोनों के क्रीज पर रहते भारत की उम्मीदें बनी हुई थीं। विलियम्सन ने बोल्ट को आक्रमण पर लगाया और जडेजा गेंद को ऊंचा खेल बैठे। विलियम्सन ने आसान कैच लपका और भारत का सातवां विकेट 208 के स्कोर पर गिरा।
धोनी ने 49वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का मारा लेकिन तीसरी गेंद पर दूसरा रन लेने की कोशिश में वह रन आउट हो गए। मार्टिन गुप्तिल के सीधे थ्रो ने धोनी को रन आउट कर दिया। धोनी का विकेट 216 के स्कोर पर गिरा और इसके बाद भारतीय पारी 221 रन पर सिमट गई। हेनरी ने 37 रन पर तीन विकेट, बोल्ट ने 42 रन पर दो विकेट और सेंटनर ने 34 रन पर दो विकेट लिए।