नई दिल्ली,मुंबई भुसावल रूट पर बड़ा हादसा टल गया। मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से गोरखपुर के बीच चलने वाली अंत्योदय एक्सप्रेस (12598) आज पटरी से उतर गई। बोगी के बेपटरी होने की वजह से गोरखपुर के सैकड़ों यात्री 9 घंटे तक 80 फीट हवा में ही टंगे रहे। जी हां। एक तो गहरी रात और ऊपर से झमाझम बारिश। यात्रियों को सदमे में डालने के लिए पर्याप्त थीं। मुम्बई से गोरखपुर आने के लिए अंत्योदय बुधवार की देर रात रवाना हुई थी।
पॉवरकार के आगे वाली जो बोगी बेपटरी हुई उस बोगी के यात्रियों में एक तरफ खाई देख चीख-पुकार मच गई। तुरंत कोई सहायता न मिलने से महिलाएं और बच्चे बुरी तरह से सहम गए। कुछ देर बाद बोगी में गार्ड, लोको पायलट, पॉवरकार ऑपरेटर के पहुंचने के बाद यात्रियों ने थोड़ी सी राहत की सास ली। कुछ और स्टाफ के आ जाने के बाद यात्रियों को अंदर-अंदर दूसरे बोगियों में बैठाया गया।
इस दौरान सूचना के बाद मौके पर इगतपुरी के स्टाफ मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्य शुरू कर दिया। ट्रेन के पहाड़ी पर होने और दूसरी तरफ खाई होने के साथ ही बारिश के चलते बचाव कार्य में बाधा भी आ रही ही थी। इसके चलते यात्री देर रात 3:40 बजे से लेकर दोपहर 12:30 बजे तक पहाड़ी पर ही फंसे रहे।
पॉवरकार ऑपरेटर महेश ने बताया कि रात होने की वजह से काफी दिक्कत हुई। जब वे बेपटरी हुई बोगी के अंदर गए तो देखा यात्री डरे हुए हैं और महिलाएं व बच्चे रो रहे हैं। उन्हें अंदर-अंदर दूसरी बोगियों में भेजा गया। महेश ने बताया कि करीब 80 फीट गहरी खाई देख वह खुद भी सहम गए थे। बताया कि ईश्वर की कृपा थी कि प्रेशर पाइप फट गया। अगर ऐसा न हुआ होता तो कई बोगी पलट गई होती। ईश्वर सभी यात्रियों को बाल-बाल बचा लिया। 9 घंटे तक सभी की सांसे टंगी रहीं। ट्रेन में फंसे हुए यात्रियों को राहत ट्रेन से दोपहर करीब एक बजे गोरखपुर के लिए रवाना किया। इस ट्रेन में यात्रियों के लिए नाश्ता और चाय का इंतजाम किया गया था। इस ट्रेन के शुक्रवार की शाम तक गोरखपुर पहुंचने की उम्मीद है।