बीजेपी की बड़ी किरकिरी, चुनाव लड़ने से उम्मीदवारों ने किया इंकार, कहा जब मांगा नहीं तो क्यों दी टिकट

नई दिल्ली, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे ने भाजपा की किरकिरी करा दी है। पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में मतदान संपन्न होगा।

भाजपा ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए 148 उम्मीदवारों की एक और सूची जारी कर दी।  इससे पहले पश्चिम बंगाल में भाजपा 123 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है। पार्टी ने पश्चिम बंगाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोमेन मित्रा की पत्नी  शिखा मित्रा को चौरंगी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा, “मैंने उनसे (भाजपा) कहा कि मैं चुनाव नहीं लड़ने जा रही हूं। उन्होंने मुझसे सलाह भी नहीं ली और अचानक मेरे नाम की घोषणा कर दी। यह गलत बात है।”

शिखा मित्रा के अलावा बेलगछिया सीट के लिए घोषइ उम्मीदवार तरुण साहा ने भी यह कहते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया कि उन्होंने भाजपा को पहले ही सूचित कर दिया था। पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री देबोश्री चौधरी और भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया। इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में हुई भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया गया था।

तृणमूल कांग्रेस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुये बीजेपी पर तंज कसा है। तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि भाजपा के पास नेताओं की कमी है, इसलिए उनकी सहमति के बिना किसी भी व्यक्ति को टिकट दिया जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता देवनहसुग भट्टाचार्य ने कहा “भाजपा किसी को भी टिकट दे रही है। अन्य दलों से आने वाले लोगों को वरीयता दी जा रही है। उनके पास पर्याप्त उम्मीदवारों की कमी है। टीएमसी ने एक ही बार में सभी उम्मीदवारों की घोषणा की थी। भाजपा इसे चरणों में कर रही है।”

इस पर  वरिष्ठ भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा, “पार्टी निश्चित रूप से इस पर गौर करेगी। हमें भाजपा नेता से बात करने की भी जरूरत है, जिन्हें मित्रा और साहा से बात करने का काम सौंपा गया था। पार्टी आवश्यक कदम उठाएगी।”