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मुख्यमंत्री योगी ने भर्ती बोर्डों के अध्यक्षों के साथ की बैठक लिया ये निर्णय

रिक्त पदों पर चयन प्रक्रिया पारदर्शी एवं समयबद्ध ढंग से हो पूरी: योगी

लखनऊ , पूर्ववर्ती समाजवादी सरकार की तुलना में अधिक भर्ती किये जाने का दावा करते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विभिन्न भर्ती बोर्डों के तहत रिक्त पदों पर चयन प्रक्रिया पारदर्शी एवं समयबद्ध ढंग से पूरी की जाए।

श्री योगी ने अपने सरकारी आवास पर भर्ती प्रक्रिया के सम्बन्ध में विभिन्न भर्ती बोर्डों के अध्यक्षों तथा अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने उप्र लोक सेवा आयोग,उप्र अधीनस्थ सेवा चयन अयोग,उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग,उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, उप्र पावर काॅर्पोरेशन लि,उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड आदि के अध्यक्षों से बातचीत करते हुए इनमें भर्तियों की स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।

पिछले तीन साल में तीन लाख से अधिक अभ्यर्थियों को नौकरी दिए जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होने कहा कि नौकरियों के लिए भर्ती प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ संचालित किया जाए। उन्होंने मुख्य सचिव तथा अपर मुख्य सचिव कार्मिक को प्रत्येक विभाग से रिक्त पदों का प्रामाणिक विवरण प्राप्त कर प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि पारदर्शितापूर्ण ढंग से योग्य और अच्छे अभ्यर्थियों का चयन करते हुए विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण की जाए। युवाओं को नौकरी सहित रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।

श्री योगी ने इन परीक्षाओं को समय से सम्पन्न कराते हुए उनके परिणाम भी शीघ्र घोषित किए जाएं। चयन परीक्षाओं के समय कोविड-19 प्रोटोकाॅल तथा सोशल डिस्टेन्सिंग का पूर्ण पालन किया जाए। परीक्षाओं के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की अनियमितता या लापरवाही की गुंजाइश न रहे। पूरी तैयारी के साथ पारदर्शी ढंग से चयन परीक्षाओं को आयोजित किया जाए।

उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शीघ्रता के साथ रिक्त पदों का विवरण उपलब्ध कराते हुए उन्हें अधियाचन के लिए भेजा जाए। मुख्यमंत्री को बताया गया कि वर्तमान सरकार द्वारा वर्ष 2017 से अब तक रिक्त पदों के सापेक्ष की गयी भर्ती में पुलिस विभाग में 1,37,253 भर्तियां की जा चुकी हैं, जो विगत वर्ष 2007 से वर्ष 2017 के पूर्व तक के मुकाबले कई गुना अधिक हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में 54706 भर्तियां की जा चुकी हैं। चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में समूह ‘ख’, ‘ग’ एवं ‘घ’ की 8556 तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत 28622 भर्तियां सम्पन्न हुई हैं।

लोक सेवा आयोग,उप्र के माध्यम से 26103 तथा उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से 16708 भर्तियां की गयी हैं। माध्यमिक शिक्षा विभाग (राजकीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालय) के अन्तर्गत 14000 तथा उच्च शिक्षा विभाग (विश्वविद्यालय/महाविद्यालय) में 4615 भर्तियां की जा चुकी हैं। इसी प्रकार चिकित्सा शिक्षा विभाग में 1112, नगर विकास विभाग में 700, सहकारिता विभाग में 726, वित्त विभाग में 614, प्राविधिक शिक्षा विभाग/व्यावसायिक शिक्षा विभाग में 365 तथा उ0प्र0 पावर काॅर्पोरेशन (ऊर्जा विभाग) में 6446 भर्तियां की गयी हैं।
उप्र लोक सेवा आयोग में 5421, उप्र अधीनस्थ सेवा चयन अयोग में 35019, उच्चतर शिक्षा सेवा अयोग में 290, बेसिक शिक्षा विभाग में 69000, पुलिस विभाग में 16836 भर्तियां तथा उ0प्र0 पावर काॅर्पोरेशन (ऊर्जा विभाग) में 853 भर्तियां प्रक्रियाधीन हैं।
इस अवसर पर उप्र लोक सेवा आयोग, प्रयागराज के अध्यक्ष डाॅ प्रभात कुमार, उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, लखनऊ के अध्यक्ष प्रवीर कुमार, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक मुकुल सिंघल, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, पुलिस महानिदेशक हितेश चन्द्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्रीमती मोनिका गर्ग, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा अरविन्द कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।