मुजफ्फरपुर , बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के दो अस्पतालों में अब तक एक्यूट एन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम से ग्रसित 45 बच्चों की मौत हो चुकी है। जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने आज बताया कि मुजफ्फरपुर के दो अस्पतालों श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल एवं केजरीवाल हॉस्पिटल में एईएस से ग्रसित इलाजरत 45 बच्चों की अबतक मौत हो चुकी है। ये बच्चे मुजफ्फरपुर एवं आसपास के वैशालीए सीतामढ़ी एवं पूर्वी चंपारण जिले के रहने वाले थे।
उन्होंने बताया कि जिले के सरकार अस्पतालों के एईएस वार्ड को खोल दिया गया है। इस चुनौती का सामना करने के लिए ग्रामीण इलाकों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। घोष ने बताया कि अभिभावकों को बच्चों में उच्च ज्वर, सर्दी, सिर दर्द जैसे कोई भी लक्ष्ण दिखाई देने के बाद उन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी गई है। एईएस से ग्रसित बच्चों में जापानी एन्सेफेलाइटिस, मलेरिया, जल जनित बीमारियों जैसे लक्षण पाये जाते हैं।
उन्होंने बताया कि एईएस से ग्रस्त बच्चों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती करने के बाद उन्हें बड़े अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है। ऐसे मरीजों के इलाज पर होने वाले सभी तरह के खर्च का वहन राज्य सरकार कर रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि बच्चों में एईएस का लक्षण दिखने के दो से तीन घंटे के भीतर इलाज शुरू हो जाने से उनके बचने की संभावना 80 से 90 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि प्रचंड गर्मी और आर्द्रता ने एईएस की समस्या को और अधिक बढ़ा दिया है।