नई दिल्ली, कुछ साल पहले तक रईस देशों में शुमार दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के उत्तर में स्थित वेनेजुएला इस समय अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. देश में अराजकता के माहौल के बीच यहां की जनता खाने को तरस रही है. इस देश के आर्थिक हालात खराब हो गए हैं और महंगाई आसमान छू रही है. पिछले दिनों मीडिया रिपोर्टस में खुलासा हुआ था कि यहां पर एक लीटर दूध के लिए लोगों को एक लाख रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं. वहीं एक किलो मीट की कीमत 3 लाख रुपये पर पहुंच गई है. इस सबके बीच इस देश से जुड़ी एक और चौकाने वाली जानकारी सामने आई है.
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वेनेजुएला की निकोलस मदुरो सरकार गुपचुप तरीके से अपने देश का सोने का भंडार बेच रही है. वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मदुरो ने काफी सोना अमेरिका के थोपे गए प्रतिबंधों से बचाते हुए पूर्व अफ्रीका भेज दिया है. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, वेनेजुएला और युगांडा के अधिकारियों का कहना है कि मार्च की दो फ्लाइटों से 30 करोड़ डॉलर से ज्यादा कीमत के 7.4 टन सोना गुपचुप वेनेजुएला से युगांडा की एक रिफाइनरी पहुंचा दिया गया.
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युगांडा के राष्ट्रीय पुलिस के प्रवक्ता फ्रेड एनान्गा ने बताया, एन्तेब्बे के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रूसी चार्टर जेट से सोना पहुंचा. दस्तावेजों की जांच करने वाले युगांडा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, पार्सल से जुड़े पेपरवर्क की वजह से गोल्ड बार होने का पता चला, कुछ पर वेनेजुएला के केंद्रीय बैंक की संपत्ति के स्टैम्प लगे हुए थे. रिकॉर्ड से भी पता चलता है कि विमान ने वेनेजुएला की राजधानी काराकस से उड़ान भरी थी.
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जहाजों की यह आवाजाही गुपचुप चल रही उस वैश्विक अर्थव्यवस्था का खुलासा करती है जो यूएस प्रभुत्व वाली अंतरराष्ट्रीय वित्त व्यवस्था से गुजरे बिना वेनेजुएला के राष्ट्रपति मदुरो को मदद पहुंचा रही है. वॉशिंगटन ने वेनेजुएला के विपक्षी दल के नेता जुआन गुएडो को राष्ट्रपति के तौर पर मान्यता दी है इसीलिए वॉशिंगटन ने मदुरो सरकार पर तमाम तरह के आर्थिक प्रतिबंध थोपे हुए हैं. यूएस ने विश्व के अन्य देशों को भी मदुरो सरकार के साथ किसी भी तरह की व्यापारिक साझेदारी निभाने को लेकर चेतावनी दी हुई है.
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दो नेताओं के बीच की लड़ाई अब वेनेजुएला से बाहर निकल चुकी है और यूएस समेत करीब 50 देश विपक्षी दल के नेता गुएडो को समर्थन दे रहे हैं जबकि कुछ देश मदुरो के साथ खड़े हैं.कभी जिस देश की अर्थव्यवस्था लैटिन अमेरिका की सबसे मजबूत और समृद्ध अर्थव्यवस्था हुआ करती थी, आज वह दम तोड़ रही है, तेल बिक्री सुस्त पड़ गई है और इसके नागरिक रोजमर्रा की जरूरतों की छोटी-छोटी चीजों के लिए तरस रहे हैं युगांडा पुलिस का कहना है, एंतेब्बे एयरपोर्ट से सोना अफ्रीकी गोल्ड रिफाइनरी लिमिटेड (AGR) पहुंचा. यह रिफाइनरी रनवे से सिर्फ 500 यार्ड की दूरी पर है. रिफाइनरी के बाद सोना मध्य-पूर्व में निर्यात के लिए भेज दिया गया.
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युगांडा पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, रिफाइनरी में ऑपरेशन 2015 में शुरू हुआ था. इसमें अधिकतर सोना या तो संघर्ष से जूझ रहे कांगो से या दूसरे अफ्रीकी देशों से स्मगल होकर आता था. यूएस द्वारा कांगो से कथित विवादित खनिजों के इस्तेमाल को हतोत्साहित करने के बावजूद AGR अपने सोने की आपूर्ति तमाम अमेरिकी कंपनियों को करता है. 2018 में करीब 237 यूएस कंपनियों की आपूर्ति चेन में सार्वजनिक तौर पर AGR का नाम आया था.
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AGR जनरल मैनेजर चेरी एने डैकडैक कहती हैं, कंपनी तस्करी कर लाए गए या संघर्ष क्षेत्र से लाए गए सोने का इस्तेमाल नहीं करती है. कंपनी ने मार्च शिपमिंट को लेकर भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. उन्होंने बताया कि 26 मार्च को हुई बैठक में कंपनी के प्रबंधन की बैठक में इस बात पर सहमति बनी है कि अब वेनेजुएला से जुड़ा कोई लेन-देन स्वीकार नहीं किया जाएगा.
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डैकडैक कहती हैं, AGR ने अब तक कुल 38 टन सोना प्रोसेस कर निर्यात किया है. वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस रिफाइनरी को युगांडा के राष्ट्रपति युवेरी मुसेवेनी से मदद मिलती है. मुसेवनी के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति बाकी सारे निवेशकों की तरह इस प्लांट को पूरा समर्थन देते हैं क्योंकि वह युगांडा की अर्थव्यवस्था को सुधारना चाहते हैं.
मदुरो सरकार द्वारा की गई सोने की बिक्री पहले भी विवादित रही है. वेनेजुएला के वित्त आयोग ने फरवरी महीने में बताया था कि 2017 की अंतिम तिमाही से 1 फरवरी 2019 के बीच केंद्रीय बैंक ने यूएई और तुर्की की कंपनियों को करीब 73.3 टन सोना बेचा जिसकी बाजार में कीमत करीब 3 अरब डॉलर थी. जब व्हाइट हाउस को इसकी भनक लगी तो उसने 1 नवंबर को वेनेजुएला की सोने की बिक्री को रोकने के लिए प्रतिबंधों की घोषणा कर दी. विपक्षी दल के सदस्यों और बैंक से जुड़े लोगों का कहना है कि प्रतिबंधों के बाद भी दर्जनों टन सोना केंद्रीय बैंक से बाहर निकल चुका है और गुपचुप तरीके से निर्यात कर दिया गया है. केंद्रीय बैंक हफ्तों तक लाचार पड़ा रहा.एक सांसद एंजेल अल्वाराडो ने कहा, यह फायर सेल है. मदुरो बचे खजाने का इस्तेमाल कर रहे हैं और नकदी के लिए सब कुछ बेचने को तैयार हैं.