नयी दिल्ली, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने प्रशासनिक अधिकारियों को प्रशासन की रीढ़ करार देते हुए आज कहा कि नौकरशाहों को नए तरीके से काम करते हुए चुस्त प्रशासन और न्यूनतम शासन सुनिश्चित कना चाहिए।
नायडू ने पुस्तक विमोचन के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासनिक सेवा के अधिकारी समाज के लिए ऐसे फ्रेम की तरह काम करते हैं जिनके हाथ में देश की कानून व्यवस्था के साथ ही सामाजिक सौहार्द को बढावा देने की भी जिम्मेदारी होती है।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश के विकास में प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की अहम भूमिका रही है और देश को आगे बढाने के लिए वे निरंतर काम कर रहे हैं। उन्हें अब न्यूनतम शासन तथा अधिकतम प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए।
पिछली तिमाही में जीडीपी में गिरावट को लेकर श्री नायडू ने नकल कराके परीक्षा परिणाम अच्छा रखने वाले एक कालेज का उदाहरण दिया और कहा कि जब उस कालेज में एक सख्त प्रिसीपल नियुक्त हुआ तो उन्होंने नकल पर नकेल लगा दी जिससे सभी छात्र फेल हो गए। परीक्षाफल के लिए सबने नये प्रिंसपल पर दोषारोपण शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि गलत चीजें बदलनी चाहिए।