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CBI डॉयरेक्टर की नियुक्ति पर, IPS जावीद अहमद की प्रतिक्रिया- ‘एम’ होना गुनाह है….?

नई दिल्ली, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति द्वारा, देश की सबसे बड़ी जांच ऐजेंसी सीबीआई के प्रमुख के लिए की गई नियुक्ति पर सवाल उठने लगें हैं। समिति के सदस्य रहे कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड्गे ने विरोध के बाद , यूपी कैडर के 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी और मूल रुप से बिहार के रहने वाले एस. जावीद अहमद ने भी विरोध जताया है।

सीबीआई के प्रमख के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने  1983 बैच के आईपीएस अधिकारी ऋषि कुमार शुक्ला के नाम पर मुहर लगा दी गई।

उक्त पद के लिये उमीदवारों में ऋषि कुमार शुक्ला के अलावा सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर, सीबीआई के स्पेशल डॉयरेक्टर अरविंद कुमार, आईपीएस अधिकारी जावीद अहमद, बीएसएफ के चीफ रजनी कांत मिश्रा और हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी एस एस देशवाल के नाम भी शामिल थे।

लेकिन ऋषि कुमार शुक्ला को 80 अधिकारियों को खारिज करते हुये सीबीआई का नया निदेशक बना दिया गया।

लखनऊ में कुछ लोगों ने “IPS Officer” नाम से एक WhatsApp ग्रुप बना रखा है। इसमें ज्यादातर यूपी कैडर के आईपीएस शामिल हैं। इस ग्रुप में यह सूचना शेयर की गयी कि  रिषि कुमार शुक्ला को सीबीआई का अगला निदेशक नियुक्त किया गया है ।  शाम 07 बजकर 02 मिनट पर  सीबीआई के निदेशक पद के सशक्त उम्मीदवार रहे जावीद अहमद ने अपने गुस्से का इजहार करते हुए लिखा कि “Allah ki marzi. Bura to lagta hai par M hona gunah hai”.

उनके इस रिएक्शन के बाद हड़कंप मच गया। देखते ही देखते सोशल मीडिया पर यह स्क्रीनशॉट वायरल हो गया। जावीद अहमद ने कहा है कि मुसलमान होने की वजह से उन्हे सीबीआई डॉयरेक्टर नहीं बनाया गया है।