प्रसपा का सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन, ये युवा नेता हुये गिरफ्तार

लखनऊ, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने जनसमस्याओं को लेकर योगी सरकार के खिलाफ लखनऊ में जोरदार प्रदर्शन किया।  प्रसपा अनुशांगिक संगठनों के अध्यक्षों सहित सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की अगुवाई में, प्रसपा महासचिव आदित्य यादव और  प्रदेश नेताओं और कार्यकर्ताओं ने  हजरतगंज स्थित जीपीओ पार्क में गांधी प्रतिमा पर जोरदार प्रदर्शन किया गया।
धरना स्थल पर एडीएम के मार्फत राज्य सरकार को ज्ञापन भेजा गया।
शिवपाल यादव ने सरकार को चेतावनी दी कि भ्रष्टाचार पर रोक लगाओ या सत्ता छोड़ो वरना जनता के सहयोग से सरकार को उखाड़ फेकेंगे।

हजरतगंज चौराहे पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि 8 अगस्त का दिन देश के इतिहास में बेहद महत्वपूर्ण है।
इसी दिन 1942 को अंग्रेजों भारत छोड़ो और करो या मरो का आह्वान किया गया था।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में तहसील, थानों समेत सभी दफ्तरों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
सरकार भ्रष्टाचार पर रोक लगाए या सत्ता छोड़ दे।
दोनों काम नहीं किए तो प्रसपा जनता के सहयोग से सहकार को उखाड़ देगी।

शिवपाल यादव ने कश्मीर के फैसले पर सरकार को बधाई दी ।

उन्होने कहा कि यदि सरकार ने भ्रष्टाचार पर रोक लगई, किसानों की आय दोगुनी करने समेत अन्य समस्याओं का हल निकाला तो हम फिर बधाई देंगे।
हमारा कहना है, काम करो या सत्ता छोड़ो। उन्होंने किसानों, युवाओं, अल्पसंख्यकों के मुद्दे उठाए।
इससे पहले, लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित प्रसपा कार्यालय में बड़ी संख्या में एकत्र कार्यकर्ताओं को शिवपाल सिंह यादव, महासचिव अशोक यादव समेत अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
इसकेबाद वे शिवपाल की अगुवाई में जुलूस के रूप वीवीआईपी गेस्ट हाउस, विक्रमादित्य मार्ग चौराहा व राजभवन के सामने से गुजरते हुए हजरंतगंज पहुंचे।

सभी कार्यकर्ता जीपीओ स्थिति गाधी प्रतिमा पर पहुंचे।

कुछ लोगों ने विधानसभा की तरफ जाने वाली रोड पर बनी बेरिकेडिंग को पार करने की कोशिश की।
इस दौरान पुलिस से झड़प हुई। प्रसपा महासचिव आदित्य यादव के साथ कुछ कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए।

बैरीकेडिंग पार करने वाले प्रगतिशील समाजवादी  युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष विजय यादव व लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष नितिन कोहली समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

बाद मे उन्हें बस में बैठाकर ईको गार्डन ले जाकर छोड़ा गया।