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शिवपाल सिंह यादव के नामांकन मे उमड़ी भीड़, सैफई परिवार के बीच चुनावी जंग तेज

फिरोजाबाद,  प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने आज फिरोजाबाद सीट से नामांकन दाखिल कर दिया। इस अवसर पर, प्रसपा अध्यक्ष के साथ भारी संख्या मे समर्थक, कार्यकर्ता व नेता मौजूद रहे।

शिवपाल यादव शनिवार सुबह तकरीबन 11 बजे शिकोहाबाद स्थित अपने चुनाव कार्यालय पहुंचे, जहाँ पार्टी के नेताओं ने उनका स्वागत फूल मालाएं पहनाकर किया। इसके बाद शिवपाल यादव ने शिकोहाबाद के बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना की।

मंदिर से  निकलकर  शिवपाल यादव प्रसपा के पदाधिकारियों के साथ सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां प्रसपा प्रत्याशी ने नामांकन पत्र जिला निर्वाचन अधिकारी सेल्वा कुमारी जे को सौंपा। 

शिवपाल सिंह यादव के नामांकन मे, प्रसपा प्रदेश अध्यक्ष सुंदर लाल लोधी, पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ल, महासचिव अशोक यादव, प्रसपा युवजन के प्रदेश अध्यक्ष विजय यादव, पुत्र आदित्य यादव, पुत्रवधू राजलक्ष्मी , अभिनेता अनुपम श्याम सहित हजारों की संख्या मे समर्थक व कार्यकर्ता पहुंचे।

नामांकन दाखिल करने के बाद, शिवपाल सिंह यादव ने शिकोहाबाद मे एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होने कहा कि फिरोजाबाद मे हमारी लड़ाई बीजेपी से है। उन्होने कहा कि पूरे प्रदेश मे प्रसपा उम्मीदवार बीजेपी को शिकस्त देने का कार्य कर रहें हैं।

समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुये शिवपाल यादव ने कहा कि भाजपा -सपा की मिलीभगत की कलई आजमगढ़ मे प्रत्याशी की घोषणा से ही स्पष्ट है।  अखिलेश यादव के सामने  भोजपुरी कलाकार निरहुआ को खड़ा करने से और दिग्गज रमाकांत यादव को किनारे लगाने से साफ हो जायेगा कि किसकी  बीजेपी से मिलीभगत है।

प्रसपा महासचिव अशोक यादव ने बताया कि आज  शिवपाल सिंह यादव के नामांकन मे उमड़ी भीड़ से ही विरोधियों के पसीने छूट गयें हैं। फिरोजाबाद मे मिल रहे अपार समर्थन के कारण, ये चुनाव एकतरफा शिवपाल सिंह यादव के पक्ष मे नजर आ रहा है।

शिवपाल सिंह यादव के लोकसभा सीट फ़िरोज़ाबाद से आज नामांकन दाखिल करने के बाद, सैफई परिवार के बीच चुनावी जंग तेज हो गई है। यहाँ उनकी सीधी टक्कर उनकी पूर्व पार्टी समाजवादी पार्टी के निवर्तमान सांसद अक्षय यादव से होगी। चाचा-भतीजे आमने-सामने होंगे।
अक्षय यादव सपा के राष्ट्रीय नेता रामगोपाल यादव के बेटे हैं।  इससे पहले सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी कह चुके हैं कि वे शिवपाल की चिंता नहीं करते। मुकाबला दिलचस्प है और 23 मई को चुनावी परिणाम आने तक रोमांच बना रहने वाला है।