मुख्य चुनाव आयुक्त ने की, झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा

रांची, मुख्य चुनाव आयुक्त ने झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने  दो टूक कहा कि चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की गयी है।

झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए तीन दिन के दौरे पर आये मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और उनके शीर्ष दल ने संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि उन्होंने इस सिलसिले में राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक एवं अन्य संबद्ध अधिकारियों को निर्देश भी दिया है कि चुनाव के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए निर्वाचन से जुड़ी सारी मशीनरी को यथासमय तैयार रखें।

उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि चुनाव में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखने में किसी तरह का कोई समझौता ना करें। विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराने के लिए आयोग पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इससे पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा और सुशील चंद्रा और उप निर्वाचन आयुक्त चंद्रभूषण कुमार के नेतृत्व में भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने आज विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में राज्य के मुख्य सचिव डीके तिवारी और पुलिस महानिदेशक कमल नयन चौबे समेत कई वरीय अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की।

इस मौके पर निर्वाचन आयोग की टीम ने इन अधिकारियों से मतदाताओं की सुविधा के लिए की जा रही व्यवस्था और चुनाव को स्वच्छ, शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराने के साथ सुरक्षा को लेकर किए जा रहे इंतजामों की जानकारी ली। अरोड़ा ने बताया कि मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने चुनाव आयोग के दल को बताया कि निर्वाचन से जुड़ी सभी मशीनरी को इस हेतु आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने केंद्र और राज्य की इंफोर्समेंट एजेंसीज के नोडल ऑफिसर्स के साथ भी बैठक कर निर्वाचन व्यय की निगरानी को लेकर विशेष निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर विशेष व्यय प्रेक्षक के रुप में चुनावी खर्च पर नजर रखने के लिए बी मुरली कुमार नियुक्त किए गए हैं।आयोग ने कहा कि उसने संबद्ध अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अवैध नकदी, शराब, मादक पदार्थ और गैर कानूनी सामानों की निगरानी कड़ाई से हो। उन्होंने कहा कि चुनाव में धनबल का इस्तेमाल रोकने के लिए आयोग ने कई प्रावधान किए हैं जिनका अक्षरशः पालन किया जाए।