नई दिल्ली, इन क्षेत्रों में भारी ओलावृष्टि हुई। हिमाचल के सेब बहुल तीन जिलों शिमला, कुल्लू और मंडी में आज भारी ओलावृष्टि हुई है। अपर शिमला, कुल्लू के आनी और मंडी में फ्लावरिंग के बीच पांच से 25 मिनट तक ओले गिरने से करोड़ों की सेब फसल तबाह हो गई है। कई जगह सेब के फूल ही नहीं पत्ते भी झड़ गए हैं। सेब के बीमे को भारी नुकसान हुआ है।
शिमला जिले के ठियोग, नारकंडा, कोटखाई, जुब्बल, चौपाल, रोहड़ू, रामपुर और कुल्लू के आनी में फ्लावरिंग के बीच ओलावृष्टि से सेब पौधों से फूल झड़ गए हैं। मंडी शहर के अतिरिक्त जिले के अन्य क्षेत्रों में ओलावृष्टि, जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हुई। राजधानी शिमला और निचले इलाकों में धूप खिली रही। बागवानी विभाग शिमला के उपनिदेशक सुभाष चंद का कहना है कि सेब उत्पादित क्षेत्रों में हुई ओलावृष्टि को लेकर सोमवार को फील्ड स्टाफ से रिपोर्ट तलब की जाएगी। बागवानों को नियमानुसार राहत देने का प्रयास किया जाएगा।
हिमाचल में एंटी हेलगन योजना फ्लॉप हो गई है। यह ओले रोकने में नाकाम साबित हुई है। रविवार को बखोल, प्रेमनगर और महासू क्षेत्र के लिए लगाई गई एंटी हेलगन पर भी ओले गिरे। यही स्थिति अन्य इलाकों में भी रही। बखोल पंचायत के ढांगवीं गांव के बागवान रामलाल चौहान ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सेब बागवानों ने करोड़ों रुपये खर्च करके एंटी हेलगन मंगवाई थीं, लेकिन ये भी किसी काम की साबित नहीं हो पाई हैं।
हिमाचल के मैदानी इलाकों में एक सप्ताह तक मौसम साफ रहेगा। हालांकि, शिमला समेत मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में 24 और 25 अप्रैल को एक-दो स्थानों में बारिश के आसार हैं। इसके बाद मौसम साफ रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार आने वाले दिनों में गर्मी बढ़ेगी और पारे में उछाल आएगा। रविवार को ऊना का अधिकतम पारा सबसे अधिक 35, शिमला पारा 22.5, हमीरपुर का 32.8 और धर्मशाला का 22.2 डिग्री सेल्सियस रहा।