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महिलाओं को आरक्षण दिलाने के लिए सोनिया गांधी ने उठाया ये बड़ा कदम

नई दिल्ली, महिला आरक्षण बिल को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है. सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण सुनिशिचत करने के लिए संसद में जल्द से जल्द विधेयक पारित कराने की मांग की है.

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 सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण बिल 2019 के आम चुनावों से पहले पास कराने की मांग की है. सोनिया गांधी ने मोदी को लिखे खत में उन्हें याद दिलाया है कि यूपीए ने 9 मार्च 2010 को ये बिल राज्य सभा से पास कराया है. लेकिन लोक सभा में अलग-अलग वजहों से नहीं पास हो पाया.

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 इसे महिलाओं के लिए एक बड़े कदम के तौर पर पेश किया गया था, जिसे कांग्रेस ने सोनिया गांधी की जीत के रूप में प्रोजेक्ट किया था. कांग्रेस देश भर में इस बिल को लेकर हस्ताक्षर अभियान चला रही है जिसे राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा.

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  मनमोहन सिंह सरकार इस बिल को लोकसभा में पास नहीं करा पाई थी. उस दौरान समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और त्रिणमूल कांग्रेस ने कड़ा विरोध दर्ज कराया था. वहीं, कांग्रेस के भी कुछ सांसद इसके खिलाफ थे.

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 चूंकि यह बिल राज्यसभा में पास हो गया था, इसलिए साल 2014 में यूपीए की सरकार जाने के बावजूद यह लेप्स नहीं हुआ था. तब से यह बिल संसद में पेंडिंग है.  सूत्रों के अनुसार, अब मोदी सरकार इसे लाने के बारे में विचार कर रही है.

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  इस विधेयक को लाने की तैयारी साल 1996 में हुई थी, लेकिन उस समय असफलता मिली थी. इसके बाद साल 1998 में वाजपेयी सरकार इसे लाने का प्रयास की थी, लेकिन इस बार भी सफलता नहीं मिली थी. उस दौरान इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया गया था.

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