नई दिल्ली,संकट से गुजर रहे जेट एयरवेज के पायलटों के राष्ट्रीय संगठन नेशनल एविएटर्स गिल्ड से जुड़े करीब 1,100 पायलटों ने ‘वेतन भुगतान’ नहीं होने की वजह से सोमवार सुबह 10 बजे से विमान नहीं उड़ाने का फैसला किया है। एक सूत्र ने रविवार को यह जानकारी दी। इसके साथ ही कर्मियों ने बकाया वेतन दिए जाने की मांग की। कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मामले में हस्तक्षेप की अपील की, जिससे मामले का हल निकल सके।
संकट से जूझ रही एयरलाइन ने कर्जदाताओं से कुछ अंतरिम धन मांगा है। इसके बाद कर्मचारी अपना बकाया वेतन मिलने की उम्मीद जता रहे हैं। शनिवार को विमानन कंपनी के केवल छह से सात विमानों ने उड़ान भरी। जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने टर्मिनल 3 के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। उनके हाथ में बैनर थे जिन पर लिखा था, ‘जेट एयरवेज बचाओ, हमारा भविष्य बचाओ।’ इससे पहले शुक्रवार को मुंबई में जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने शांतिपूर्ण मार्च निकाला था।
इस संदर्भ में नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने पहले कहा था कि शनिवार और रविवार को एयरलाइन केवल छह-सात विमानों का परिचालन करेगी। वैसे एयरलाइन एक दिन में 119 विमानों तक का परिचालन करती रही है। इतना ही नहीं, नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज ने बड़ी जानकारी दी है। विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए बुकिंग बंद कर दी है।
बता दें कि हाल ही में कंपनी ने अपनी सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को 15 अप्रैल तक रद्द किया था। जेट एयरवेज ने एविएशन रेगुलेटर को बताया है कि कंपनी ने एशियन (ASEAN) और सार्क (SAARC) जाने वाली सभी उड़ानों पर बुकिंग बंद कर दी है। फिलहाल इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि इन उड़ानों पर बुकिंग कब से शुरू होगी।