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पेप्सिको की पूर्व सीईओ ने कहा,तीसरे वर्ल्ड वॉर का कारण बन जाउंगी,अगर मैं पॉलिटिक्स में आई

न्यूयॉक,पेप्सिको की  पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीईओ  ने राजनीति में आने के सवाल पर बड़ा बयान दिया है।उन्होने कहा कि अगर वह राजनीति में उतरती हैं तो यह तीसरे विश्व युद्ध का कारण हो सकता है। क्योंकि वह बहुत ही बेबाकी से अपनी बात रखती हैं।

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करीब 12 साल तक दुनिया की सबसे बड़ी फूड एंड बेवरेज कंपनी पेप्सिको में बतौर सीईओ रहीं भारतीय मूल की इंदिरा नूई ने कहा है कि अगर वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कैबिनेट में शामिल हो जातीं तो वह तीसरे विश्व युद्ध की वजह बनती। इंदिरा ने कहा ऐसा इसलिए होता क्योंकि वह स्पष्टवादी हैं। मंगलवार को एशिया सोसाइटी एनजीओ के एक कार्यक्रम में जब उनसे राजनीति में आने के बारे में पूछा गया,कि क्या वह ट्रंप की कैबिनेट में शामिल होना चाहेंगी, इस पर उन्होंने कहा कि मुझे और राजनीति, दोनों को मत मिलाइए मैं बहुत ही स्पष्टवादी हूं। मैं कूटनीतिक नहीं हूं। मैं नहीं जानती कि कूटनीति क्या है। उन्होंने अपने बयान से एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि उनका राजनीति में आने का कोई विचार नहीं है।

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गैर-लाभकारी संस्था एशिया सोसायटी ने 62 वर्षीय इंदिरा नूई को मंगलवार को “गेम चेंजर ऑफ द ईयर अवार्ड” से नवाजा गया।उन्हें यह सम्मान व्यापार उपलब्धियों, मानवतावादी रिकॉर्ड और दुनिया भर में महिलाओं और लड़कियों के लिए वकालत करने जैसे सहारनीय कार्यों के लिए दिया गया।12 साल तक पेप्सिको की सीईओ के रूप में नूई की पारी 2 अक्टूबर को खत्म हुई। कंपनी के निदेशक मंडल ने प्रेसिडेंट रेमन लागुर्टा को उनकी जगह नियुक्‍त किया है। वह 24 साल से पेप्सिको में काम कर रही थीं। हालांकि वह 2019 के शुरुआती महीनों तक चेयरपर्सन रहेंगी।

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पेप्स‍िको की पूर्व सीईओ इंदिरा नूई  2019 तक कंपनी की चेयरमैन बनी रहेंगी। नूई ने एक दिन में 18 से 20 घंटे काम करने के बाद अब आराम करने का फैसला किया है।मैं अपने जीवन में कुछ अलग करना चाहती हूं। अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहती हूं और पेप्सीको में अगली पीढ़ी को एक महान कंपनी की अगुवाई का मौका देना चाहती हूं।नूई का कहना है कि,जब मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया तो मैं सोचती थी कि यह बहुत कठिन होगा। इस्तीफा देने के बाद मैंने महसूस किया कि काम के अलावा भी जिंदगी में बहुत कुछ है।

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