बीजेपी विधायक गैंगरेप मामले मे, CBI के मुख्य गवाह यूनुस की संदिग्ध हालात में मौत, हत्या का आरोप
August 22, 2018
लखनऊ, योगी सरकार के लाख दावों के बावजूद प्रदेश मे आम आदमी तो क्या, सीबीआई के मुख्य गवाह की जान भी सुरक्षित नही है। गुपचुप मृतक का अंतिम संस्कार भी कर दिया जाता है, लेकिन पुलिस और सीबीआई को कोई खबर नही।
उन्नाव के माखी कांड में दुष्कर्म के आरोपित बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जुड़े प्रकरण में पीड़िता के पिता की हत्या में सीबीआई के मुख्य गवाह यूनुस की रहस्यमय हालात में मौत हो गई। पुलिस और सीबीआई को सूचना दिए बिना ही आनन-फानन मे यूनुस का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। दुष्कर्म पीड़िता के चाचा ने उसकी साजिशन हत्या किए जाने की बात कहते हुए पोस्टमार्टम करा जांच कराने की बात कही है।
सूत्रों के अनुसार, माखी गांव निवासी यूनुस एक परचून दुकानदार था। बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जुड़े प्रकरण में दुष्कर्म पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में सीबीआई ने परचून दुकानदार यूनुस को सीबीआई ने प्रत्यक्षदर्शी के रूप में मुख्य गवाह बनाया था। बीते शनिवार को उसकी संदिग्ध हालात मे मौत हो गई, जिसके बाद किसी को भी जानकारी दिए बिना ही शव को दफना दिया गया।
दुष्कर्म पीड़िता के चाचा ने आरोप लगाया है कि चश्मदीद गवाह यूनुस की मौत किसी साजिश का हिस्सा हो सकती है। इस प्रकरण की भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने इसकी जानकारी सीबीआई को भी देने की बात कही है। दुष्कर्म पीड़िता की मां का कहना है कि विधायक और उसके गुर्गे हमारे साथ कुछ भी कर सकते हैं और गांव में किसी की हिम्मत नहीं है कि वह विधायक के गुर्गों के सामने कुछ बोल सके।
विधायक की पत्नी संगीता सिंह सेंगर उन्नाव की जिला पंचायत अध्यक्ष हैं और उनके भाई अतुल सिंह की पत्नी अर्चना सिंह गांव की प्रधान हैं।इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खुद संज्ञान लेते हुए मामले की सुनवाई की तारीफ तय की थी। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी का गठन किया था।