तीन तलाक विधेयक पिछले 6 महीने से राज्यसभा में लंबित है और मोदी सरकार राज्यसभा में विपक्ष के आगे कमजोर है. बिना विपक्ष के सहयोग के यह बिल संसद में पारित नहीं हो पा रहा है. अब सरकार इस बिल को पारित कराने के लिए अपने तीनों मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस, बीएसपी और तृणमूल कांग्रेस से समर्थन मांगा है.
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी पार्टियों की प्रमुख महिला नेताओं सोनिया गांधी ,ममता बनर्जी और मायावती से अपील की कि वे राजनीतिक मतभेद से हटकर फौरी तीन तलाक को प्रतिबंधित करने वाले विधेयक, जो राज्यसभा में लंबित है, को पारित कराने में मदद करें. रविशंकर प्रसाद ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि यदि इस मुद्दे पर राजनीतिक आम राय नहीं बन सकी तो क्या सरकार फौरी तीन तलाक को अपराध घोषित करने के लिए अध्यादेश लाएगी.
जनवरी से ही राज्यसभा में लंबित विधेयक के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में प्रसाद ने कहा कि सरकार इस विधेयक को पारित कराने के लिए प्रतिबद्ध है. कानून मंत्री ने कहा, ‘मैं तीन तलाक के मुद्दे पर सोनिया गांधी, ममता बनर्जी और मायावती से अपील करता हूं, वे प्रभावशाली महिला हैं. हमें राजनीतिक मतभेद से परे जाने की जरूरत है.’ उन्होंने कहा कि यह विधेयक सरकार के लिए लैंगिक समानता और लैंगिक न्याय का मुद्दा है.