रामविलास पासवान ने माना कि केंद्र सरकार और भाजपा की अल्पसंख्यक विरोधी खासकर मुस्लिम विरोधी छवि सुधारने की जरूरत है. भाजपा को माइनॉरिटी को लेकर सोच में बदलाव करने की जरूरत है.उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कि अल्पसंख्यक विरोधी और मुस्लिम विरोधी सरकार है. सरकार को अपनी पॉलिसी में कोई बदलाव करने की भले जरूरत ना हो, लेकिन अपने बारे में बने परसेप्शन को बदलने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि सरकार को और विनम्र होकर काम करने की जरूरत है.
जब उनसे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उन बयानों के बारे में पूछा गया कि वो ईद नहीं मनाने की बात करते हैं, तब पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि संविधान मेरा धर्म है और संविधान सोशल जस्टिस और सेक्युलरिजम के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसा बोलते हैं इसलिए मैंने कहा कि परसेप्शन को ठीक किया जाये. भाजपा के लोगों को इस विषय पर मंथन करना होगा.
बिहार और उतर प्रदेश के उपचुनाव के बारे में पासवान ने जहां बिहार में सहानुभूति को एक सबसे बड़ा कारण माना. वहीं, उतर प्रदेश के बारे में उनका कहना था कि वहां के लिए सोशल बनावट को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए. पासवान के अनुसार, लोगों को भूलना नहीं चाहिए कि बिहार और उतर प्रदेश में जातीय समीकरण विकास पर हमेशा भारी पड़ता है.