जारी रहेगा सपा- बसपा गठबंधन, अगले दो चुनावों की रणनीति भी तय
March 24, 2018
लखनऊ, राज्यसभा में उत्तर प्रदेश की 10 सीटों के लिए हुए चुनाव का सपा- बसपा गठबंधन पर कोई असर नही पड़ेगा। सपा और बसपा के बीच 5 मई को खाली हो रही विधान परिषद और कैराना लोकसभा उपचुनाव को लेकर भी रणनीति तय हो गई है।
सूत्रों के अनुसार,एसपी- बीएसपी गठबंधन पर कोई खतरा नहीं है। राज्यसभा चुनाव में हार के बावजूद दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन जारी रहेगा। उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में बीएसपी ने समाजवादी पार्टी को समर्थन दिया था और नतीजा ये रहा कि दोनों ही जगहों से बीजेपी हार गई।बीएसपी और सपा के बीच यह नई दोस्ती करीब 25 साल बाद हुई है।
बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि उनको समाजवादी पार्टी से कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि योगी सरकार ने पैसे का इस्तेमाल किया और विधायकों को धमकाया भी है सिर्फ इस बात के लिए कि दलित को हराना चाहते थे। सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के समर्थन में कोई कमी नहीं थी। उन्होंने अपने वोट हमें दिलवाए।
सूत्रों के अनुसार,एसपी- बीएसपी गठबंधन पर कोई खतरा नहीं है। दोनों पार्टियों के बीच 5 मई 2018 को विधानपरिषद की खाली हो रही 13 सीटों को लेकर भी सपा और बसपा गठबंधन के तहत जीतने की योजना बन गई है। बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन से खाली हुयी कैराना सीट भी सपा और बसपा के बीच गठबंधन के तहत ही लड़ी जायेगी।