लखनऊ पहुंचे हजारों मजदूर पूर्वांचल के लिये रवाना, बताया पैदल चलने का कारण ?
March 29, 2020
लखनऊ , गाजियाबाद, नोएडा और आगरा से हजारों की तादाद में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे श्रमिकों को रविवार को सरकारी बसों के जरिये पूर्वांचल और बिहार की सीमा के लिये रवाना कर दिया गया।
उधर सैकड़ों की संख्या में युवा अयोध्या गोरखपुर राजमार्ग पर पैदल गमन करते देखे गये जिन्होने इसका कारण भीड़ भरी बस में सफर से बचना बताया और कहा कि वे कोरोना से ग्रसित होने से अच्छा दूर दूर पैदल चलना पसंद करेंगे।
लखनऊ के मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम ने बताया कि वह हालात पर पैनी नजर बनाये हुये हैं। दिल्ली सीमा से लखनऊ लाये गये बड़ी संख्या में श्रमिकों को आज करीब 100 बसों के द्वारा पूर्वांचल और अन्य स्थानो की ओर रवाना किया गया।
उन्होने कहा “ हमने फंसे यात्रियों की आगे की यात्रा का इंतजाम किया है। इस दौरान आलमबाग,चारबाग और कामता बस अड्डे पर भूखे यात्रियों को खाने के पैकेट,पानी और अन्य जरूरत का सामान दिया गया है। ”
यूपी सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक राजशेखर बस अड्डे पर मौजूद रहकर यात्रियों के लिये बसों का इंतजाम करा रहे हैं। रविवार सुबह 200 से अधिक ठसाठस भरी बसें गाजियाबाद और अन्य स्थानों से लखनऊ पहुंची जहां भूख से बेहाल श्रमिक यात्रियों को खाना पानी वितरित किया गया। चिकित्सकों ने यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और हर यात्री का पता और अन्य विवरण दर्ज किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिये हैं कि प्रवासी श्रमिक अपने पडोसी जिलों में 14 दिन तक अनिवार्य रूप से क्वारांटाइन में रहेंगे जिसके बाद उन्हे घर जाने की इजाजत दी जायेगी। इस बीच गाजियाबाद जिला प्रशासन ने दावा किया है कि प्रवासी श्रमिकों के लिये देर रात 500 से अधिक बसों का बंदोबस्त कर लिया गया था जिस पर सवार होकर सभी श्रमिक गंतव्य के लिये रवाना हो चुके हैं और जिले में अब कोई समस्या नहीं है।