नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री कार्यालय के कर्मचारियों से विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपने आप को खपा देने का आह्वान किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार सुबह प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद अपराह्न प्रधानमंत्री कार्यालय के कर्मचारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उनकी टीम को ऐसे लोगों की जरूरत है जो देश को विकसित बनाने के लिए दिन रात कार्य कर सकें और इस लक्ष्य के लिए अपने आप को खपा दें। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्ष से इस टीम में काम करने वाले जो कर्मचारी अब कहीं ओर जाना चाहते हैं उन्हें वह शुभकामनाएं देते हैं। उन्होंने कहा कि वह टेलीविजन के माध्यम से उनकी बात सुनने वाले अन्य कर्मचारियों को इस टीम में शामिल होने आह्वान करते हैं , उन्हें निमंत्रण देते हैं।
उन्होंने कहा , “ जो कर्मचारी पिछले दस वर्षों से पीएमओ में कार्य कर रहे हैं और कहीं दूसरी जगह जाना जाते हैं उन्हें मेरी और से शुभकामनाएं हैं । आपने इतना किया इसके लिए धन्यवाद है । जो आज टी वी पर मेरी बात सुनकर आना चाहते हैं जो मन भाव से खप जाना जाता है पांच साल । आईए निमंत्रण है। हमारा एक ही लक्ष्य है राष्ट्र प्रथम , एक ही इरादा 2047 तक विकसित भारत । मैंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि मेरा पल पल देश के नाम है। मुझे अपनी टीम से 2047 तक दिन रात काम करने की अपेक्षा है। गलती के बिना यदि मैं अपना काम समय पर कर देता हूं तो यह अच्छी चीज है लेकिन इसमें परिपूर्णता नहीं है। मैंने उसमें क्या अतिरिक्त जोड़ा है यह महत्वपूर्ण है । यदि हम इस भाव से काम करेंगे तो अगले पांच वर्षों में हम सपनों को पूरा कर सकते हैं। मेरा दस साल का अनुभव है हमने जो तय किया उसे हम सब ने मिलकर पूरा किया है। ”
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका शुरू से प्रयास रहा है कि पीएमओ सेवा का अधिष्ठान और ‘लोगों का पीएमओ’ बने। उन्होंने कहा कि सरकार का मतलब सामर्थ्य, समर्पण और संकल्पों की नई ऊर्जा है। उन्होंने कहा , “ हमारी टीम के लिए ना तो समय का बंधन है, ना सोचने की सीमाएं और ना ही पुरुषार्थ के लिए कोई तय मानदंड।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें अपनी मेहनत से देश को वहां पहुंचाना है जहां कोई नहीं पहुुंचा है। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों के दौरान उन्होंने अपने भीतर के विद्यार्थी को मरने नहीं दिया ।