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यूपी में अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट का कोई मामला नहीं

लखनऊ, कोरोना की तीसरी लहर और डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर सतर्क घनी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में जीनाेम सिक्वेंसिंग में कोरोना के घातक स्वरूप का कोई मामला सामने नहीं आया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कोविड-19 प्रबंधन के लिये गठित टीम-09 की बैठक में कहा कि पिछले दिनों केजीएमयू लखनऊ में 109 सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई गई। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक 107 सैंपल में कोविड की दूसरी लहर वाले पुराने डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि ही हुई है, जबकि 02 सैम्पल में कप्पा वैरिएंट पाए गए। दोनों ही वैरिएंट प्रदेश के लिए नए नहीं हैं। कोरोना वायरस के गहन अध्ययन-परीक्षण के लिए प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा को लगातार बढ़ाया जाए। प्रदेश में इस सुविधा से लैस केंद्र की स्थापना से लाभ होगा।

उन्होने कहा कि कोविड टेस्टिंग और टीकाकरण में उत्तर प्रदेश, देश में शीर्ष स्थान पर है। अब तक 06 करोड़ 01 लाख 01 हजार 58 कोविड सैंपल की जांच की जा चुकी है। यह किसी एक राज्य द्वारा की गई सर्वाधिक टेस्टिंग है। इसी प्रकार 03 करोड़ 60 लाख 81 हजार 758 वैक्सीन डोज देकर उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। प्रदेश में 03 करोड़ 05 लाख 47 लाख 365 लोगों ने कोविड की पहली डोज प्राप्त कर ली है। इस उपलब्धि में स्वास्थ्यकर्मियों की भूमिका सराहनीय रही है। आम लोगों में टेस्टिंग के प्रति जागरूकता और टीकाकरण के प्रति उत्साह भी है।
श्री योगी ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 2,52,568 कोविड सैम्पल की जांच की गई और पॉजिटिविटी दर 0.04 प्रतिशत से कम रही। 41 जिलों में एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 32 जिलों में इकाई अंकों में नए संक्रमित मरीज पाए गए। इसी अवधि में, प्रदेश में 90 नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि 162 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं।

उन्होने कहा कि 30 अप्रैल के बाद से एक्टिव केस में लगातार गिरावट हो रही है और वर्तमान में 1,697 एक्टिव केस हैं। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर और बेहतर होकर 98.6 प्रतिशत हो गई है। अब तक 16 लाख 82 हजार 741 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि 1,334 लोग होम आइसोलेशन में हैं।

पिछले 24 घंटों में 07 लाख 83 हजार 588 प्रदेशवासियों ने टीका-कवर प्राप्त किया। वर्तमान में टीकाकरण की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। टीकाकरण की कार्यवाही और तेज की जाए। टीकाकरण की सुगमता के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग को प्रोत्साहित किया जाना उचित होगा। गांवों में कॉमन सर्विस सेंटरों के माध्यम से लोग टीकाकरण के लिए पंजीयन करा सकते हैं। केंद्र व राज्य सरकार के समन्वित प्रयासों से अब तक 528 में से 146 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। 15 अगस्त तक सभी प्लांट की स्थापना की कार्यवाही सम्पन्न कर ली जाए।