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सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया पर लगाया प्रतिबंध,कहा- नहीं चलाएेंगे दलित जज के बयानों को….

नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस करनन को सजा देने के साथ-साथ मीडिया पर भी पाबंदी लगा दी है. सुप्रीम कोर्ट की सात जजों की बेंच ने निर्देश जारी किए हैं कि वो कर्णन के बयान नहीं चलाएगा। 

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सुप्रीम कोर्ट के सात जजों को 5 साल की सजा सुनाने वाले कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस कर्णन को सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना का दोषी करार दिया है। इसके साथ ही उन्हें अदालत ने 6 महीने की सजा सुनाई है। साथ ही अदालत ने उन्हें तुरंत जेल भेजने के आदेश भी दिए हैं। कर्णन को यह सजा सात जजों के बेंच ने सुनाई है। इतिहास में यह पहली बार है जब किसी वर्तमान जज को इस तरह से सजा हुई हो।

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सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया पर भी पाबंदी लगा दी है कि वो जस्टिस करनन के किसी भी बयान को ना छापेगा और ना ही टीवी पर दिखा सकेगा. भारत के न्यायिक इतिहास में ये पहली बार हुआ है जब हाई कोर्ट के किसी जज को अदालत की अवमानना का दोषी मानते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जेल भेजने का आदेश दिया हो.

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