लखनऊ, समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पर सच पर पर्दा डालने के लिए नए नए प्रपंच रचने को आरोप लगाते हुए कहा कि झूठ और धोखाधड़ी भाजपा की राजनीति के मुख्य हथियार बन गए हैं।
श्री यादव ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा का सच पर पर्दा डालने और जनता को बहकाने के लिए नए-नए प्रपंच रचने में उसका दूसरा सानी नहीं है। किसान बेहाल है, भाजपा सरकार उसको भ्रमित करने के लिए पूरा जोर लगाए हुए है। प्रदेश ही नहीं देश भर में कृषि विधेयक को लेकर व्यापक जनाक्रोश है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चियों के लिए तो उत्तर प्रदेश असुरक्षित जंगल हो गया है। आए दिन अपहरण, बलात्कार की घटनाओं से बेटियों के परिवार वाले भी दहशत में हैं। भाजपा नेतृत्व और मुख्यमंत्री प्रदेश की बढ़ती बदनामी से बेखब़र अपने मुंह से अपनी प्रशंसा करने में ही मगन है। जनता यह सब कितने दिन बर्दाश्त करेगी।
श्री यादव ने कहा कि किसान पर भाजपा सरकार की चौतरफा मार पड़ रही है। एक ओर कृषि विधेयक लाकर उसको अपनी खेती से विस्थापित करने की साजिश है तो दूसरी तरफ धान खरीद का भी थोथा सरकारी प्रचार होने लगा है। किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य तो मिलने से रहा, सरकारी खरीद एजेंसियां ही किसान को लौटा रही है। आजमगढ़ में धान खरीद का शासनादेश न होने से किसान परेशान तो झांसी में सरकारी एजेंसियों ने धान खरीद से ही इंकार कर दिया है। बागपत में मंडियों में किसान को वाजिब दाम नहीं मिल रहा है, उसे लूटा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला सुरक्षा की जिम्मेदार पुलिस खुद महिलाओं के प्रति अत्याचार का दूसरा नाम बन गई है। गोरखपुर तो मुख्यमंत्री का गृह जिला है वहां भी बेटियां-बहनें सुरक्षित नहीं। गगहा में छेड़खानी से पीड़ित युवती ने खुदकुशी की तो कैण्ट स्थित अस्पताल में मृत महिला के कान से टाप्स खींचने की घटना हुई। हमीरपुर के पुलिस थाने में महिला की पिटाई की गई। इससे ज्यादा शर्मनाक और क्या होगा।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार जाति-धर्म के आधार पर निर्णय लेती है। उसकी रूचि नफरत फैलाने में है। भाजपा की राज्य सरकार ने 1090 और यूपी डायल-100 सेवाओं को बर्बाद कर दिया है। भाजपा को जनता के कल्याण और उसकी सुरक्षा में जरा भी दिलचस्पी नही है। वह कारपोरेट को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाने की तिकड़म में ही लगी रहती है।