कोटा ,इनामी बदमाश को आज गिरफ्तार करने में मिली बड़ी सफलता, लेकिन उसका मुख्य सहयोगी रहा फरार।
राजस्थान में कोटा ग्रामीण पुलिस ने राजस्थान के कोटा संभाग और मध्यप्रदेश में मंदिरों में चोरी, डकैती डालने, नकबजनी और पुजारी की हत्या करने के गंभीर अपराधों को अंजाम देने के एक इनामी बदमाश को आज गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ने आज पत्रकारों को बताया कि कोटा संभाग के कोटा ग्रामीण, बूंदी झालावाड़ जिलो में वर्ष 2015 और 2016 में विभिन्न स्थानों पर एक के बाद एक मंदिरों में चोरी नकबजनी, डकैती यहां तक एक पुजारी की हत्या की ताबड़तोड़ वारदातें हुई थी। इस मामले में पुलिस ने इस गिरोह के सरगना हरिसिंह कालबेलिया को तो वर्ष 2016 में 26 जून को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन उसका मुख्य सहयोगी कोटा जिले के कनवास थाना क्षेत्र के पाल की झोपड़े गांव निवासी विक्रम सिंह कालबेलिया तब से फरार था।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ने बताया कि कोटा ग्रामीण के मंडाना थाना पुलिस ने पुलिस की साइबर सेल और डीएसटी की मदद से विक्रम सिंह कालबेलिया को आज गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। यह इनामी बदमाश है और इसमें कोटा संभाग में ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के मंदिरों में नकबजनी, चोरी, डकैती की वारदातों को अंजाम दिया है। इसके गिरोह ने वर्ष 2015 और 2016 में कोटा जिले के मोडक और चेचट थाना क्षेत्रों सहित कम से कम 14 वारदातों को विभिन्न स्थानों पर अंजाम दिया जिसमें एक पुजारी की हत्या की वारदात भी शामिल है। मध्यप्रदेश में जो वारदातें इस गिरोह ने की है, उस उनकी संख्या अधिक है। ग्रामीण पुलिस को लंबे समय से इनकी तलाश थी।
उन्होंने बताया कि गिरोह ने मध्यप्रदेश में कितनी वारदातों को अंजाम दिया इसका रिकॉर्ड अभी आना बाकी है। पुलिस पकड़े गए आरोपी विक्रम सिंह कालबेलिया को न्यायालय में पेश करके पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने का आवेदन करेगी।