लखनऊ, पिछले एक सप्ताह से प्रचंड गर्मी और ताप लहरी की मार झेल रहे उत्तर प्रदेश में शनिवार को भी पारा 42 से 46 डिग्री से बीच रहा।
गर्मी और लू से बचने के लिये लोगबाग घरों और दफ्तरों में दुबके रहे जिसके चलते सड़कों में भीड़भाड़ काफी कम रही। गर्मी के कारण विद्युत मांग में जारी बढोत्तरी के बीच स्थानीय गड़बड़ियों की संख्या में इजाफा बरकरार रहा लिहाजा लोगों को आज भी अघोषित बिजली कटौती और पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ा।
इस बीच हीटवेव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक्शन में आते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हीट वेव को लेकर उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिये कि संवेदनशील जिलों पर विशेष निगरानी रखी जाए और 24 घंटे में पीड़ियों को मुआवजा दिलाने का प्रबंध किया जाए। उन्होने अधिकारियों से कहा कि हीटवेव को लेकर जनहानि और पशुहानि न हो, इसकी विशेष मॉनीटरिंग की जाए। साथ ही उन्होंने अधिकारियों से हर हफ्ते रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री कार्यकाल में सबमिट करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी को लेकर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर किसी अधिकारी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में इस समय भीषण गर्मी और हीट वेव का दौर चल रहा है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और राहत विभाग पहले ही सतर्कता बरत रहा है और लोगों को दोपहर में बाहर न निकलने के साथ साथ अन्य एहतियाती उपायों के विषय में जानकारी दी जा रही है।
उधर,गर्मी और लू के कारण बुखार,उल्टी,दस्त और हीट स्ट्रोक के मरीजों की लाइने अस्पतालों में लगी हुयी है। चिकित्सकों ने लोगों को अनावश्यक घर से बाहर निकलने से मना किया है और साथ में मसालेदार भोजन,बासी भोजन और मीट अंडा आदि के सेवन से बचने की सलाह दी है। चिकित्सकों का कहना है कि घर से बाहर निकलने से पहले पानी का भरपूर सेवन करें और सिरदर्द मचली होने पर छांव में विश्राम कर नीबूं पानी का उपयोग करें।
इस बीच राहत आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में हर साल पड़ने वाली भीषण गर्मी और हीट वेव को देखते हुए विभाग की ओर से अप्रैल माह में ही एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया था। इसके तहत प्रदेश के हर जिले में लगातार काम किया जा रहा है। इसके अलावा प्रदेश में तहसील स्तर पर प्रदेशवासियों को हीट वेव से अलर्ट करने के लिए लगातार प्रचार प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आम जनमानस को हीट वेव से बचाव एवं खुद को सुरक्षित रखने के लिए डूज एंड डोन्स के बारे में अलर्ट किया जा रहा है।
प्रदेशवासियों को समाचार पत्रों, रेडियो जिंगल्स, पोस्टर और लाउडस्पीकर के जरिये जागरुक किया जा रहा है ताकि वह अपने साथ दूसरों को भी सावधान कर सकें। इसके अलावा विभाग की ओर से प्रदेश के अति संवदेनशील शहरों में विशेष निगरानी की जा रही है। इन शहरों में जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम फील्ड में लगातार मुआयना कर रही है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को हीट वेव से होने वाली जनहानि संबंधी जानकारी तुरंत विभाग से साझा करने को कहा गया है ताकि 24 घंटे में पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जा सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए प्रदेशर सरकार ने 21 तरह की जनहानियों को प्राकृतिक आपदा में शामिल किया गया। वहीं इसके 24 घंटे में भुगतान के लिये प्रदेश के सभी जिलों को एडवांस धनराशि जारी कर दी जाती है ताकि इस तरह की स्थिति से तत्काल निपटा जा सके।