मुंबई, दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि वह ऐसे व्यक्ति हैं जो अपनी बातें ज्यादा लोगों के साथ साझा नहीं करते हैं, लेकिन जब उन्हें लगा कि समर्थक उनके बारे में जानना चाहते हैं तो वह अब अपनी बातें लोगों तक पहुंचाने की कला सीख रहे हैं। सचिन के जीवन पर बन रही फिल्म सचिन: द बिलियन ड्रीम में उनकी अलग शस्यित के बारे में बताया गया है।
अपनी फिल्म के ट्रेलर लॉन्ज के मौके पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, हां, मैं अपने तक सीमित रहने वाला इंसान हूं, लेकिन मैंने अपने प्रशंसकों के साथ अपनी बातें साझा करना सीख लिया है क्योंकि वो मेरे बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते हैं। इस फिल्म में मैंने अपनी बातें अपने प्रशंसकों के साथ साझा की हैं और ऐसा रास्ता ढूंढा है जहां मैं ऐसा करने के लिए सहज स्थिति में रहूं।
ट्रेलर लॉन्ज के मौके पर सचिन के साथ फिल्म के निर्माता जेम्स इरिसकिन, निर्माता रवि भागचंडका और श्रीकांत भासी मौजूद थे। ट्रेलर में बताया गया है कि किस तरह सचिन ने अपना सफर तय किया और क्रिकेट को अपना धर्म माना। सचिन ने इस मौके पर अपने बचपन के एक वाकये को बताते हुए कहा, मैं शायद उस समय चार साल का था तब हम सब मां फिल्म देखने गए थे। हम बस में सफर कर रहे थे तब बस कंडक्टर ने स्टेशन का नाम लेने की बजाए कहा कौनसा टिकट चाहिए तब मेरी मां ने कहा मां फिल्म का टिकट चाहिए।