साम्प्रदायिक राजनीति के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है- समाजवादी पार्टी
March 6, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर बड़ा हमला करते हुये कहा है कि साम्प्रदायिक राजनीति के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि गोरखपुर और फूलपुर (इलाहाबाद) में लोकसभा के हो रहे उपचुनावों में समाजवादी पार्टी के समर्थन में आधा दर्जन विपक्षी दलों के भी आ जाने से भाजपा में बौखलाहट साफ दिखाई देने लगी है।
समाजवादी पार्टी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों का समाजवादी पार्टी के पक्ष में समर्थन के लिए एकजुट होना जहां भाजपा साम्प्रदायिक राजनीति के लिए खतरे की घंटी है वहीं इससे लोकतांत्रिक और प्रगतिशील विचारों को ताकत मिलेगी। भाजपा की समाज को बांटने वाली राजनीति अब ज्यादा दिनों तक चलने वाली नहीं है।
समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुये कहा है कि एक ओर जहां सत्ता का दुरूपयोग शुरू हो गया है वहीं अपनी हार से खीझे भाजपा नेता वाणी का संयम खोकर अनर्गल प्रलाप करने लगे हैं। उक्त दोनों चुनाव क्षेत्रों में मतदाता भाजपा के झूठे वादों और सत्ता दल की साजिशों से बुरी तरह क्षुब्ध और आक्रोशित है। भाजपा नेतृत्व की संकीर्ण मानसिकता का दर्शन इससे भी होता है। कि भाजपा नेता अब अखिलेश यादव के प्रति अमर्यादित टिप्पणियां करने लगे हैं। भाजपा नेताओं नेे जिस स्तरहीन आचरण का परिचय दिया है वह भाजपा के संस्कार का वास्तविक चेहरा है।
राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि अखिलेश जी न केवल पूर्व मुख्यमंत्री हैं अपितु समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। उनके प्रति शालीनता रहित बयानबाजी लोकतांत्रिक व्यवस्था में अवांछनीय है अपमान जनक भाषा का प्रयोग लोकतंत्र का भी अपमान है। अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में विपक्ष को जो सम्मान दिया था और उन्होंने जिस विनम्रता और शिष्टाचार का बर्ताव किया था उससे स्वस्थ लोकतांत्रिक परम्परा को ताकत मिलती है। भाजपा को अखिलेश जी से शिष्ट व्यवहार सीखना चाहिए। ऐसा लगता है कि भाजपा नेतृत्व सत्ता मद में चूर है जिससे उनका उचित-अनुचित का विवेक भी नष्ट हो गया है। सत्ता के घमण्ड में भाजपा नेता अनापशनाप बयान देने लगे हैं।
उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों का समाजवादी पार्टी के पक्ष में समर्थन के लिए एकजुट होना जहां भाजपा साम्प्रदायिक राजनीति के लिए खतरे की घंटी है वहीं इससे लोकतांत्रिक और प्रगतिशील विचारों को ताकत मिलेगी। भाजपा की समाज को बांटने वाली राजनीति अब ज्यादा दिनों तक चलने वाली नहीं है। समाजवादी पार्टी सामाजिक सौहार्द और धर्मनिरपेक्षता के लिए कटिबद्ध है। अखिलेश यादव ने हमेशा विचारों की राजनीति और विकास के रास्ते को तरजीह दी है। जनता का उन पर पूरा भरोसा हैं। गोरखपुर और फूलपुर के उपचुनावों में जनता के इसी भरोसे का प्रदर्शन समाजवादी पार्टी प्रत्याशियों की जीत में सामने आने वाला है। भाजपा को सच्चाई का सामना करना चाहिए। लोकतंत्र में सच्चाई पर चर्चा से कोई पलायन नहीं कर सकता है।