नई दिल्ली, नौकरीपेशा लोगों के लिए सरकार बड़ी घोषणा करने जा रही है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्र सरकार हर सेक्टर के लोगों को खुश करने में जुटी है। इसी क्रम में सरकार ने नौकरीपेशा लोगों को डबल तोहफा देने की तैयारी कर ली है। इसके तहत सरकार ग्रेच्युटी को लेकर बड़ा बदलाव कर सकती है, वहीं न्यूनतम पेंशन को लेकर बड़ा ऐलान कर सकती हैं।
माना जा रहा है कि 4 दिसम्बर को ई.पी.एफ.ओ. की बैठक के बाद सरकार लाखों नौकरीपेशा लोगों को दोहरी खुशखबरी दे सकती है। सरकार ग्रैच्युटी की समय सीमा को 5 साल से घटाकर 3 साल कर सकती है। वहीं न्यूनतम पैंशन जैसे मुद्दे पर भी बड़ा फैसला ले सकती है। अगर इस पर सहमति बन जाती है तो नौकरीपेशा लोगों को डबल तोहफा मिलेगा।
आपको बता दें कि वित्त मंत्रालय न्यूनतम पैंशन पर अपनी मंजूरी पहले ही दे चुका है। माना जा रहा है कि सरकार पी.एफ. की तर्ज पर ग्रैच्यूटी के लिए यू.ए.एन. जैसा खाता बना सकती है। साल 2015 में पी.एफ. के लिए यू.ए.एन. की शुरूआत की गई थी। इससे पी.एफ. को अलग-अलग खातों में रखने के बजाय एक ही यू.ए.एन. में देखा जा सकता है। सरकार ऐसा ही अब ग्रैच्युटी के लिए कर सकती है। ऐसा करने से लोग अपनी ग्रैच्युटी चैक कर सकेंगे।
सरकार न्यूनतम पैंशन को 2000 रुपए करने का फैसला कर सकती है जो फिलहाल 1000 रुपए है। इस फैसले से जहां लाखों पैंशनभोगियों को लाभ होगा, वहीं सरकारी खजाने पर बोझ बढ़ेगा। माना जा रहा है कि न्यूनतम पैंशन बढ़ाने से ई.पी.एफ.ओ. पर करीब 3000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इस बढ़ौतरी से ई.पी.एस. के 40 लाख पैंशन धारकों को सीधा फायदा होगा जिसमें से 18 लाख लोगों को 1000 रुपए की न्यूनतम पैंशन मिलती है जबकि 22 लाख लोगों की पैंशन 1500 रुपए महीना है।