लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर राजभवन स्थित मुख्य लॉन में स्थापित सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया तथा पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन एवं कृतित्व पर लगायी गयी छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। राज्यपाल ने श्री जनक सिंह मीना की पुस्तक ‘सरदार पटेल व्यक्तित्व, विचार एवं राष्ट्र निर्माण’ का विमोचन भी किया।
इससे पूर्व राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने जीपीओ पार्क स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा स्थल जाकर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राज्यपाल ने उपस्थित जनसमूह को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलायी। अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने कहा कि महात्मा गांधी ने सरदार पटेल के व्यक्तित्व के संबंध में कहा था कि यदि मेरे साथ सरदार पटेल न होते तो आजादी मिलने में और 10 साल लग जाते।
राज्यपाल ने कहा कि अंग्रेजों के मन में यह भाव था कि दे दो इन्हें आजादी लेकिन अखण्ड भारत तो बनेगा नहीं, क्योंकि 562 रियासतों के राजा-रजवाड़े अपना राज छोड़ने वाले नहीं हैं। लेकिन सरदार पटेल का व्यक्तित्व एवं प्रभाव ऐसा था कि धीरे-धीरे सभी रियासतों के राजा-रजवाड़ों ने उनकी बात मानकर अखण्ड भारत के सपने को साकार किया।
बाद में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में सरदार वल्लभभाई पटेल की नवस्थापित प्रतिमा का ऑनलाइन लोकार्पण किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर महर्षि वाल्मीकि एवं आचार्य नरेन्द्र देव की जयंती तथा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।