ड्राइविंग लाइसेंस में लगी माइक्रोचिप और QR कोड में आपकी पूरी जानकारी होगी। और इन्ही की मदद से केंद्रीय डाटा बेस से ड्राइवर या वाहन के बारे में सारा रिकॉर्ड निकाला जा सकेगा। QR कोड को रीड करने के लिए ट्रैफिक पुलिस को हैंडी ट्रैकिंग डिवाइस भी दिए जाने की योजना है। हर ड्राइविंग लाइसेंस के पीछे एक इमरजेंसी नंबर भी लिखा रहेगा, ताकि जरूरत पड़ने पर पुलिस या अन्य कोई व्यक्ति इस नंबर पर संपर्क कर सकेगा।