लखनऊ , उत्तर प्रदेश में बलरामपुर की उतरौला तहसील में शव को कूड़ा गाड़ी से लाने के मामले में गंभीर रूख अपनाते हुये मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस भेजा है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मामले का वीडियो वायरल होने के बाद आयोग ने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर स्वत: संज्ञान लेते हुये राज्य के पुलिस प्रमुख और बलरामपुर के नगर मजिस्ट्रेट को नोटिस जारी किया है। आयोग ने कहा है कि पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा किया गया कृत्य अमानवीय है जिसका सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है।
आयोग ने मुख्य सचिव से सभी जिलों और नगर निकायों के अधिकारियों को इस घटना को लेकर कड़े निर्देश जारी करने की अपेक्षा भी की है ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। आयोग ने कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वालों के लिए श्मशान घाट व कब्रिस्तान चिन्हित करने की बात भी कही है।
बुधवार की शाम बलरामपुर के उतरौला तहसील गेट के सामने सादुल्लाहनगर क्षेत्र के सहजौरा गांव निवासी अनवर अली ने दम तोड़ दिया था। मृतक को कोरोना संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने हाथ नहीं लगाया। इसके बाद नगर पालिका परिषद से कूड़ा गाड़ी और सफाई कर्मियों को बुलाकर शव को गाड़ी में रखवा दिया। इस घटना का वीडियो गुरुवार को वायरल हो गया था।
इस मामले में पुलिा उपनिरीक्षक रवींद्र कुमार रमन, आरक्षी शुभम पटेल और शैलेंद्र शर्मा को निलंबित कर दिया गया वहीं शव को ढोने वाले नगर पालिका परिषद के चार कर्मियों को कार्यमुक्त कर दिया गया।