लखनऊ , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार मूल्य समर्थन योजना के तहत किसानों से धान की सीधी खरीद करने के लिए गम्भीर है और धान खरीद में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार के लिए किसानों का हित सर्वाेपरि है। किसानों के हितों की अनदेखी करने वालों की जवाबदेही तय करते हुए ऐसे लोगों की खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री गुरूवार को अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में धान खरीद व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की अपेक्षा अब तक डेढ़ गुना अधिक धान क्रय किया जा चुका है। इसके बावजूद, किसानों के व्यापक हितों को देखते हुए खरीद प्रक्रिया में और तेजी लाने की आवश्यकता है। एमएसपी के तहत धान क्रय करने के लिए 4200 केन्द्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि यदि आवश्यकता हो तो और अतिरिक्त क्रय केन्द्र भी स्थापित किये जाए।
उन्होने कहा कि धान क्रय करने वाली सभी संस्थाएं पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य करें। धान खरीद प्रक्रिया में कतई ढिलाई न बरती जाए। धान खरीद केन्द्रों पर मनमानी नहीं होनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि धान क्रय केन्द्र समय से संचालित हों। किसानों को 72 घण्टे के अन्दर उनकी उपज का भुगतान हर हाल में कर दिया जाए। उन्होंने धान क्रय प्रक्रिया की गहन माॅनीटरिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा स्वयं प्रतिदिन समीक्षा की जाए।
श्री योगी ने कहा कि मण्डी में आने वाला पूरा धान खरीदा जाए। सहकारिता विभाग द्वारा धान खरीद में तेजी लायी जाए। उन्होंने सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे फील्ड में तैनात अपने अधिकारियों के कार्याें की गहन माॅनीटरिंग करें तथा धान खरीद में ढिलाई बरतनें वाले कर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करें। खाद्य विभाग भी जिलों में संचालित अपने धान क्रय केन्द्रों की नियमित समीक्षा की जाए।
बैठक में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश चन्द्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद उपस्थित थे।