Breaking News

विधायक तोड़ना बीजेपी को पड़ सकता है भारी, नितीश व आरजेडी मे गठबंधन के संकेत

नईदिल्ली, बिहार में बड़े उलटफेर के संकेत मिलें हैं, विधायक तोड़ना बीजेपी को भारी पड़ सकता है , नितीश कुमार व  मे गठबंधन के संकेत मिलें हैं?
राष्ट्रीय जनता दल ने चौंकाने वाले संकेत दियें हैं।  आरजेडी के अनुसार, अगर अरुणाचल प्रदेश में दलबदल के घटनाक्रम के बाद यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के साथ संबंध तोड़ लेते हैं, तो उसके साथ नए सिरे से गठबंधन की संभावनाएं बन सकती हैं।

राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने स्पष्ट किया कि गेंद जद(यू) नेतृत्व के पाले में हैं, जिन्हें समझना चाहिए कि अरुणाचल प्रदेश में जद(यू) विधायकों के सामूहिक रूप से भाजपा में शामिल होने के घटनाक्रम का मकसद ‘पुरानी बातों का बदला लेना’ है। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने एक दशक पहले की बात याद की, जब नीतीश ने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भाग लेने पटना आए पार्टी नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज रद्द कर दिया था।

राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार ने तब साफ कर दिया था कि उन्हें भाजपा से कोई दिक्कत नहीं हैं, लेकिन वह गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ थे। मोदी ऐसे आदमी हैं, जो इस चीज को भूलने वाले और माफ करने वाले नहीं हैं।’’

शिवानंद के अनुसार विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जिस प्रकार नीतीश का इलाज करने के लिए चिराग पासवान का इस्तेमाल किया उसका मकसद क्या था, यह धीरे-धीरे खुलने लगा है। अब देखना है कि नीतीश कुमार कब तक और कितना अपमान सहते है। अगर वे साहस दिखा कर कोई फैसला लेते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे।

उन्होने कहा कि भाजपा की रणनीति पहले नीतीश कुमार का कद छोटा करने की थी, जिसमें वह विधानसभा चुनाव में सफल हुई। अब उसने उन्हें अपमानित करना शुरू कर दिया है। अरुणाचल प्रदेश में जद(यू) के छह विधायकों के भाजपा में जाने की और क्या व्याख्या की जा सकती है, जबकि भाजपा पहले ही राज्य में बहुमत में है।