ये है दुनिया का सबसे छोटा देश, जहां रहते हैं सिर्फ इतने लोग
March 31, 2019
नई दिल्ली,क्या आप किसी ऐसे देश के बारे में जानते हैं, जहां पर रहने वाले लोगों की कुल जनसंख्या सिर्फ 27 हो? अगर नहीं जानते तो बता दें कि ऐसा एक देश इंग्लैंड के पास स्थित है, जिसका नाम सीलैंड है. इसे ब्रिटेन की तरफ से सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान बनाया गया था. यहां की जनसंख्या की तादाद 2002 के आंकड़ों के मुताबिक है.
सी-लैंड देश की जमीन एक खंडहर किले पर स्थित है. ये जगह इंग्लैंड के sophocles coastline से लगभग 10 किलोमीटर दूर है. सीलैंड को माइक नेशन के नाम से जाना जाता है. इस पर अलग-अलग लोगों का कब्जा रहा है.जिन टावर पर सीलैंड की जमीन है उन्हें रफ टावर कहा जाता. रफ टावर पर फरवरी और अगस्त 1965 में जैक मूर और उनकी बेटी जेन ने कब्जा कर लिया था. सितंबर 1967 में किले पर ब्रिटिश मेजर पैड्डी रॉय बेट्स ने कब्जा किया था.
पैड्डी रॉय बेट्स ब्रिटिश समुद्री डाकू और रेडियो प्रसारक थे. इन्होंने समुद्री डाकू प्रसारकों के एक कंपेटिंग ग्रुप को बाहर कर दिया था. बेट्स का इरादा समुद्री डाकू रेडियो स्टेशन को प्रसारित करने का था. जिसे रेडियो एस्सेक्स नाम दिया था. लेकिन ज़रूरी उपकरण होने के बावजूद भी उन्होंने कभी प्रसारण शुरू नहीं किया. फिर बेट्स ने रफ टावर की स्वतंत्रता की घोषणा कर इसे सीलैंड रियासत माना. पेड्डी रॉय बेट्स द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना में प्रमुख थे. 1975 में बेट्स ने सीलैंड के लिए संविधान पेश किया, जिसमें उन्होंने वहां के लिए नेशनल फ्लैग, नेश्नल एंथम, करेंसी और पास्पोर्ट जारी करना शामिल था.
एक खबर के मुताबिक रॉय बेट्स ने 9 अक्टूबर 2012 को खुद को सी-लैंड का राजा घोषित किया था. रॉय बेट्स की मौत के बाद उसके बेटे michale ने पिता की जगह ली. सीलैंड को माइक्रो नेशन कहा जाता है. माइक्रो नेशन उन देशों को कहा जाता है, जिन्हें आधिकारिक तौर पर एक देश के रूप में मान्यता नहीं है. सीलैंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक देश के रूप में मान्यता नहीं मिली है. लेकिन दुनिया के बाकी देशों की तरह सीलैंड की अपनी करेंसी और पोस्टेज स्टैंप है. जगह के मामले में सीलैंड बहुत छोटा है, ज़मीन के इस हिस्से में यहां रोजगार का कोई स्रोत नहीं है.